MP: आजीवन सहयोग निधि का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाई BJP, प्रदेश संगठन ने जताई नाराजगी
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MP: आजीवन सहयोग निधि का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाई BJP, प्रदेश संगठन ने जताई नाराजगी

बीजेपी को फरवरी महीने में ही यह लक्ष्य पूरा करना था, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण पार्टी ने 8 से लेकर 9 करोड़ रु फरवरी में जुटाने का लक्ष्य किया था.

बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं से ही पैसे लेकर साल भर पार्टी का खर्च चलाती है जिसे आजीवन सहयोग निधि कहते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

भोपालः मध्य प्रदेश में बीजेपी का पूरा फोकस आजीवन सहयोग निधि का लक्ष्य पूरा करने पर है, लेकिन इन सब के बावजूद बीजेपी यह लक्ष्य पूरा नही कर पाई है. कई जिलों में लक्ष्य से बहुत कम आजीवन सहयोग निधि का संग्रह हुआ है. जिससे प्रदेश संगठन काफी नाराज है. ऐसे में यही सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह सत्ता जाने का असर है या कार्यकर्ता पार्टी को आजीवन सहयोग निधि देना नहीं चाहते. 

दरअसल, इस साल बीजेपी ने आजीवन सहयोग निधि का लक्ष्य 12 करोड़ रखा था. फरवरी महीने में ही यह लक्ष्य पूरा करना था, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण पार्टी ने 8 से लेकर 9 करोड़ रु फरवरी में जुटाने का लक्ष्य किया था. फरवरी में भी यह राशि बीजेपी जुटा नहीं पाई तो आजीवन सहयोग निधि अभियान की मियाद 4 महीने और बढ़ा दी गई, लेकिन 4 महीने बीत जाने के बाद भी बीजेपी 9 करोड़ का भी लक्ष्य पूरा नही कर पाई है.

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सूत्रों के मुताबिक अभी तक नगद और चेक के द्वारा दी गई राशि का आकलन किया गया जो लगभग 5 करोड़ ही है. पार्टी का दावा है कि जल्द इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा. जबकि कई जिलों के संगठन ने टारगेट पूरे नहीं किये है. वहीं बीजेपी के आजीवन सहयोग निधि अभियान पर कांग्रेस संदेह उत्पन्न कर रही है. 

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गौरतलब है कि बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं से ही पैसे लेकर साल भर पार्टी का खर्च चलाती है जिसे आजीवन सहयोग निधि कहते हैं. पिछले साल 10 करोड़ का लक्ष्य रखा गया था तब बीजेपी ने तय समय पर आजीवन सहयोग निधि जुटा ली थी. तब बीजेपी की सत्ता राज्य में थी. अब बीजेपी सत्ता में नही है और आजीवन सहयोग निधि लक्ष्य से भी काफी पीछे जुटा पाई है.

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