'कमल और बटन' के बहाने पूर्व मंत्री बयां कर गए अपना दर्द, फिर संभाली बात...
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'कमल और बटन' के बहाने पूर्व मंत्री बयां कर गए अपना दर्द, फिर संभाली बात...

मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव से पहले टिकट ना मिलने की वजह से बीजेपी में जमकर बगावत के सुर सुनाई दिए थे. लेकिन अब भी नेता अपने दर्द को छिपा नहीं पा रहे हैं. हाटपिपलिया उपचुनाव में वोट डालने के बाद पूर्व मंत्री दीपक जोशी का दर्द फिर छलक आया.

फाइल फोटो

देवास : मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव से पहले टिकट ना मिलने की वजह से बीजेपी में जमकर बगावत के सुर सुनाई दिए थे. लेकिन अब भी नेता अपने दर्द को छिपा नहीं पा रहे हैं. हाटपिपलिया उपचुनाव में वोट डालने के बाद पूर्व मंत्री दीपक जोशी का दर्द फिर छलक आया. उन्होंने कहा कि हमेशा मैंने अपने लिए मतदान किया है, लेकिन अबकी बार किसी ओर के लिए वोटिंग की. 

बीजेपी नेता दीपक जोशी ने कहा कि मैंने अभी तक अपने लिए वोट डाला है कमल के फूल के आगे दीपक जोशी नाम लिखा हुआ रहता था पर  कमल का बटन कामन है उसके आगे किसी भी व्यक्ति का नाम लिखा हो, दीपक जोशी की उंगली कमल के बटन पर ही जाएगी. लेकिन थोड़ा सा जरूर लगता है कि पहले मेरा नाम था अब मनोज चौधरी का नाम है.  

दीपक जोशी ने अपने दर्द को बयां करते हुए बीजेपी की जीत का दावा भी किया. उन्होंने कहा कि  हम 28 की 28 सीट जीत रहे हैं. प्रदेश की जनता ने सिर्फ विकास के लिए वोट किया है इस बार का चुनाव 15 महीने के शासन काल का और 15 साल के कार्यकाल का तुलनात्मक चुनाव रहा है निश्चित तौर पर जनता ने शिवराज सिंह के कार्यकाल के समय को महत्वपूर्ण माना है इसलिए जनता ने कमल को वोट किया है. 

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आपको बता दें कि पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक जोशी देवास जिले की हाटपीपल्या सीट से पहले विधायक रह चुके हैं. पूर्व मंत्री जोशी 2018 में यहां से चुनाव हार गए थे. यहां जोशी का टिकट कांग्रेस से बीजेपी में आए मनोज चौधरी को दिया गया. इसके चलते उनकी पीड़ा कई बार सामने आ चुकी है. उनकी नारजगी की वजह से अटकलें लगाई जा रही थी कि वो कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. 

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