मप्र सरकार तीन लाख युवाओं को जोड़ेगी रोजगार, स्वरोजगार योजनाओं से
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मप्र सरकार तीन लाख युवाओं को जोड़ेगी रोजगार, स्वरोजगार योजनाओं से

कांग्रेस ने राज्य सरकार से बेरोजगारों की संख्या का खुलासा करने की मांग की है.

फाइल फोटो

भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार शनिवार को पूरे राज्य में आयोजित होने वाले हितग्राही सम्मेलन के जरिए दो लाख 84 हजार से ज्यादा बेरोजगारों को रोजगार व स्व-रोजगार से जोड़गी. वहीं कांग्रेस ने सरकार से राज्य में बेरोजगारों की संख्या का खुलासा करने की मांग की है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिले के बुधनी तहसील मुख्यालय पर आयोजित हितग्राही सम्मेलन में शामिल होंगे. प्रदेश के सभी जिलों में इसी दिन हितग्राही सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे. जिला-स्तरीय हितग्राही सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष और मंत्रिपरिषद के सदस्य भी शामिल होंगे.

मुद्रा योजना के तहत एक लाख हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, "हितग्राही सम्मेलनों में प्रदेश के दो लाख 84 हजार बेरोजगारों को रोजगार तथा स्व-रोजगार से जोड़ा जाएगा. विभिन्न कंपनियों द्वारा एक लाख 24 हजार युवाओं को 'लेटर ऑफ इंटेंट' दिए जाएंगे. इसी के साथ प्रदेश की विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं में 60 हजार हितग्राहियों और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत एक लाख हितग्राहियों को कर्ज के लिए 'स्वीकृति-पत्र' वितरित किए जाएंगे." गौरतलब है कि विभिन्न जिलों में कुल 156 रोजगार मेलों के माध्यम से लगभग एक लाख 24 हजार युवाओं का रोजगार के लिए चयन किया गया है.

कांग्रेस ने जताई बेरोजगारी पर चिंता
वहीं कांग्रेस ने बेरोजगारों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई है. नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने युवाओं से सावधान रहने की अपील की है. उन्होंने कहा, "चुनाव में वोट लेने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा सरकार एक बार फिर प्रदेश के युवाओं को ठगने जा रही है. पिछले 15 सालों में दो हजार बेरोजगार युवाओं ने आत्महत्या की है, जिसके लिए सीधे मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं. मुख्यमंत्री अपने स्वरोजगार सम्मेलन के सीधे प्रसारण में बताएं कि प्रदेश में कितने नौजवान बेरोजगार हैं और उन्होंने पिछले 15 सालों में कितने लोगों को रोजगार दिया."

सिंह ने कहा, "प्रदेश में कुल 1 करोड़ 41 लाख युवा हैं. 2015 में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 15.60 लाख थी, जो दिसंबर 2017 में बढ़कर 24 लाख हो गई. यानी हर साल साढ़े चार लाख युवा बेरोजगार हो रहे हैं और सरकार चुनावी साल में एक दिन में एक लाख युवाओं को रोजगार देने का दावा कर रही है, जो युवाओं के सपनों के साथ छलावा है." 

(इनपुट आईएएनएस से)

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