अब ग्वालियर के दौलत गंज स्थित हिंदू महासभा कार्यालय में आज नाथूराम गोडसे की जंयती मनाए जाने का मामला सामने आया है, जिससे बड़ा बवाल खड़ा हो गया है.
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नई दिल्लीः मशहूर अभिनेता और मक्कल नीधि मैयम पार्टी (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन के महात्मा गांधी के हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को 'आजाद भारत का पहला हिंदू आतंकवादी' बताने के बाद शुरू हुआ बवाल है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा. एक ओर जहां कमल हासन ने नाथूराम गोडसे को आजाद हिंद का पहला 'हिंदू आतंकवादी' बताया है तो वहीं उनके इस बयान पर पलटवार करतने हुए भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताने पर बवाल मचा हुआ है. वहीं अब ग्वालियर के दौलत गंज स्थित हिंदू महासभा कार्यालय में आज नाथूराम गोडसे की जंयती मनाए जाने का मामला सामने आया है, जिससे बड़ा बवाल खड़ा हो गया है.
बता दें आज लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के अंतिम चरण के मतदान हैं. जिसमें मध्य प्रदेश की भी 8 लोकसभा सीटों पर चुनाव जारी हैं. ऐसे में ग्वालियर में हिंदू महासभा 19 मई को नाथूराम गोडसे की जयंती मनाई है. हिंदू महासभा के सदस्यों ने ग्वालियर के हिंदू महासभा कार्यालय में नाथूराम गोडसे की जयंती मनाई है. इस दौरान सभा के सदस्यों ने नाथूराम गोडसे की तस्वीर की आरती की और परिचर्चा का आयोजन किया. इसके साथ ही इस मौके पर सभा के सदस्यों ने लोगों के बीच मिठाइयां भी बाटीं और नाथूराम गोडसे की जयंती की शुभकामनाएं दीं.
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हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के मुताबिक नाथूराम गोडसे की जयंती के उपलक्ष्य में 21 गायत्री मंत्रों का जाप किया गया, जिसका उद्देश्य देश के अंदर वर्तमान राजनीति में नेताओं के मर्यादा विहीन हो कर भाषा शैली का उपयोग करने पर रोक लगाना था. सभा के सदस्यों ने इसको लेकर भगवान से प्रार्थना की. हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि 70 साल मैं कभी ऐसा माहौल देखने को नहीं मिला, जहां राजनेता अपनी भाषा शैली की मर्यादा को पूरी तरह से खो चुके हैं. विरोधी दल पहले भी थे और विरोधी दल आज भी हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से जिला प्रशासन द्वारा नाथूराम गोडसे की मूर्ति को पार्टी कार्यालय से हटवा दिया गया था यदि 15 नवंबर तक जिला प्रशासन द्वारा नाथूराम गोडसे की मूर्ति को वापस नहीं किया जाता तो हिंदू महासभा के सभी कार्यकर्ता वचनबद्ध होकर उसी स्थान पर दोबारा से मूर्ति की पुनर्स्थापना करेंगे. सियासी माहौल में हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का यह बयान आने वाले दिनों में सियासत की गर्मी को और भी तेज कर सकता है.