MP Sharbati Wheat Speciality: आपने बाजारों में देखा होगा कि एमपी के आटे की कीमत सबसे अधिक होती है और इसकी डिमांड भी सबसे अधिक रहती है. ज्यादात्तर लोग एमपी के गेहूं से बने आटे ही खरीदते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एमपी के गेहूं की बाजारों में इतनी डिमांड क्यों रहती है. आइए जानते हैं मध्य प्रदेश में पैदा होने वाले गेहूं की खासियत...
हम सभी के दैनिक खान में गेहूं के आटे का काफी महत्व है. शायद ही कोई ऐसा दिन हो जिस दिन गेहूं के आटे का उपयोग ना होता हो. बाजारों में कई बड़े ब्रांड गेहूं के आटे की बिक्री करते हैं. हर कोई अच्छे क्वालिटी का आटा खरीदता है. ताकि उसका सेहत सही रहे.
आपने बाजारों में एक चीज नोटिस किया होगा, कि वहां एमपी के गेहूं से बने आटे की काफी डिमांड होती है और इसकी कीमत भी ज्यादा होती है. क्या आपने कभी इस पर गौर किया है कि एमपी के आटे की बाजारों में इतनी डिमांड क्यों रहती है. अगर नहीं तो आइए जानते हैं मध्य प्रदेश में पैदा होने वाले गेहूं की खासियत.
दरअसल, मध्य प्रदेश में पैदा वोने वाले गेहूं खासकर शरबती गेहूं को उसकी गुणवत्ता और स्वाद के लिए जाना जाता है, और यह देश भर में लोकप्रिय है. मध्य प्रदेश में पैदा होने वाला शरबती गेहूं उच्च गुणवत्ता वाला माना जाता है और यह फाइबर, प्रोटीन और विटामिन बी और ई का अच्छा स्रोत है. यही वजह है कि इसकी डिमांड अधिक रहती है.
यही नहीं एमपी के शरबती गेहूं को जीआई टैग मिला है, जो इसकी विशिष्टता और गुणवत्ता को दर्शाता है. शरबती गेहूं की खेती मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के सीहोर और विदिशा जिलों में होती है. शरबती गेहूं को द गोल्डन ग्रेन भी कहा जाता है.
शरबती गेहूं की कीमत भी अन्य गेहूं से अधिक होती है. शरबती गेहूं की पैदावार अन्य गेहूं की तलुना में कम होती है. यही वजह है कि इसकी कीमतें अन्य गेहूं के मुकाबले महंगे होते हैं. दिल्ली जैसे बड़े शहरों में इसके आटे की कीमत 50 रुपये प्रति किलो से भी अधिक है.
महंगा होने के बावजूद जिन लोगों ने इसके आटे का स्वाद चखा है, वे शरबती को ही अपनी पहली पसंद मानते हैं. शरबती गेहूं अन्य प्रजाति की तुलना में अधिक स्वादिष्ट और स्वास्थ के लिए लाभदायक होता है.
अन्य गेहूं की तुलना में शरबती गेहूं के आटे से बनी रोटियां अधिक स्वादिष्ट और मुलायम होती हैं. इसमें सुक्रोज और ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है.
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