MP: चोट लगने के बाद भी जीता रूस ओपन बैडमिंटन का खिताब, बनाया ये बड़ा रिकॉर्ड
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MP: चोट लगने के बाद भी जीता रूस ओपन बैडमिंटन का खिताब, बनाया ये बड़ा रिकॉर्ड

सौरभ साल भर पहले तक पैर की चोट और घुटने की उभरती हड्डी से जूझ रहे थे, लेकिन अपनी परेशानियों को पीछे छोड़ पिता से बैडमिंटन की ट्रेनिंग ली और कड़ी मेहनत कर यह खिताब अपने नाम कर लिया.

करीब साल भर पहले तक घुटने की बढ़ती हड्डी से परेशान थे सौरभ

नरेंद्र तेनीवाल/धार/नई दिल्लीः धार के सौरभ वर्मा ने रसियन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया है. सौरभ ने फायनल में हुए मुकाबले में जापान के कोको वतानबे को 18-21 , 21-12 , 21-17 से परास्त कर रसियन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया है. टूर्नामेंट में सौरभ ने शुरूआत से ही बढ़त हासिल कर रखी थी जिससे यह स्पष्ट हो गया था की खिताब भारत के नाम ही होगा. इस खिताबी जीत की जानकारी जैसे ही सौरभ के परिवारो को लगी वैसे ही घर में जश्न का माहौल छा गया. बधाईयां देने वालो का ताता सौरभ के घर लगने लगा और सौरभ के परिवार में एक दूसरे का मुंह मीठा करवा रहे थे.

सौरभ की जीत से परिवार में खुशी का माहौल
इस जीत के साथ सौरभ ने ना केवल भारत का नाम रौशन किया है बल्कि धार का नाम भी रोशन किया है. सौरभ के पिता सुधीर वर्मा जो सौरभ के बैडमिंटन कोच भी हैं उन्हें पूरा विश्वास है कि सौरभ औलम्पिक में गोल्ड जीतकर भारत का नाम रोशन करेगा. फिलहाल सौरभ और समीर जो सौरभ वर्मा के छोटे भाई है इन दोनों की नजर आगामी एशियन टुर्नामेंट पर बनी हुई है और सभी को उम्मीद है की इस टुर्नामेंट में भी यह दोनो भाई कमाल का प्रदर्शन करेंगे. 

साल भर पहले तक पैर की चोट से परेशान थे सौरभ
बता दें सौरभ साल भर पहले तक पैर की चोट और घुटने की उभरती हड्डी से जूझ रहे थे, लेकिन अपनी परेशानियों को पीछे छोड़ पिता से बैडमिंटन की ट्रेनिंग ली और कड़ी मेहनत कर यह खिताब अपने नाम कर लिया. बता दें सौरभ यह खिताब अपने नाम करने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं. फाइनल जीतने पर सौरभ को 51.50 लाख रुपये का ईनाम भी मिला है. वहीं टीवी पर खेल का लाइव प्रसारण न होने के कारण सौरभ के माता-पिता ने नेट के जरिए ही सौरभ का स्कोर देखा और जैसे ही उनके बेटे ने सफलता हासिल की हर कोई जश्न मनाने लगा.

सौरभ के छोटे भाई समीर भी बैडमिंटन के इंटरेशनल प्लेयर
बता दें सौरभ के छोटे भाई भी बैडमिंटन के इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं. बैडमिंटन में वर्ल्ड में समीर की 19वीं रैंक है. समीर इंटरनेशनल चैलेंज., सुपर और ग्रां पी सीरीज में खेल चुके हैं. वहीं समीर 2016 में सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में अपने ही भाई सौरभ को हरा चुके हैं. बता दें समीर और सौरभ दोनों को ही उनके पिता ने ही बैडमिंटन की कोचिंग दी है. जिसके चलते वह देश में अपना यह मुकाम बना पाए हैं.

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