यह बाइसिकल पूरी तरह से भारतीय है और इसकी सिर्फ लीथियम बैटरी और मोटर ताइवान से मंगाई गई है.
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इंदौरः दुनिया के सामने जो सबसे बड़े खतरे हैं, उनमें जलवायु परिवर्तन प्रमुख खतरा है. ऐसे में कई युवा धरती को बचाने के लिए ऐसे-ऐसे इनोवेशन में जुट गए हैं, जिससे जलवायु परिवर्तन को रोका जा सकता है. ऐसा ही एक इनोवेशन किया है इंदौर के दो युवा इंजीनियर्स ने. इन इंजीनियर्स ने एक बैटरी से चलने वाली बाइसिकल बनाई है, जो कि एक रुपए के मामूली खर्च में 100 किलोमीटर तक चल सकती है.
नौकरी छोड़ शुरू किया स्टार्टअप
इंदौर के श्री गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एसजीएसआईटीएस) से पास आउट दो इंजीनियर्स अश्विन धनोतिया और गौरव पालीवाल ने लाखों रुपए के पैकेज वाली नौकरी छोड़कर अपना स्टार्टअप शुरू किया था. अपने इस स्टार्टअप के तहत दोनों युवा इंजीनियर्स ने बैटरी से चलने वाली साइकिल बनाई है. दैनिक भास्कर की एक खबर के अनुसार, यह साइकिल साढ़े तीन घंटे चार्ज करने के बाद 30 किलोमीटर तक बिना पैडल मारे चल सकती है, वहीं सामान्य पैडल मारकर यह 100 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बाइसिकल पूरी तरह से भारतीय है और इसकी सिर्फ लीथियम बैटरी और मोटर ताइवान से मंगाई गई है. मैकेनिकल इंजीनियर अश्विन और गौरव पढ़ाई के दौरान ही दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने वाली अंतरराष्ट्रीय एटीवी प्रतियोगिता में भी हिस्सा ले चुके हैं.
इस ई-साइकिल की खासियत है कि इसका चार्जर पोर्टेबल है और लैपटॉप के आकार के इस चार्ज को आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है. इस साइकिल में एलईडी लाइट भी लगी हैं, जिससे रात में भी इस साइकिल से सफर किया जा सकता है.