MP Chandipura Virus Alert: मध्य प्रदेश में चांदीपुरा वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है, एडवाइजरी में कई तरह की बातों को ध्यान देने के लिए कहा गया है, जानिए.
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Alert Advosary for Chandipura Virus: देशभर में चांदीपुरा वायरस के मामले सामने आ रहे हैं, गुजरात में इसके कई मामले मिले हैं, वहां पर बढ़ते हुए मामले को देखते हुए मध्य प्रदेश में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. हालांकि एमपी में इस वायरस का एक भी केस नहीं मिला है, स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस को लेकर सतर्कता बरतते हुए एडवाइजरी जारी की है. बता दें कि चांदीपुरा वायरस एईएस (एक्यूट एन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम) के कारणों में से एक है. आईडीएसपी पोर्टल पर चांदीपुरा वायरस से जुड़ी सभी जानकारी और अपडेट मिल जाएंगे. जानिए एडवाइजरी में क्या कहा गया है.
जारी हुई एडवाइजरी
मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने चांदीपुरा वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में कहा गया है कि इस वायरस का असर 18 साल के कम उम्र के बच्चों पर होता है, इसलिए विभाग ने उन्हें सतर्कता बरतने जी सलाह दी है. एडवाइजरी में ये भी कहा गया है कि इस वायरस से वेक्टर कंट्रोल और जन जागरूकता से बचाव किया जा सकता है. साथ ही साथ बताया गया है कि वायरस के लक्षण के आधार पर संदिग्ध मामलों को अच्छे स्वास्थ्य संस्थानों में रेफर किया जाए. साथ ही साथ मवेशियों के आश्रय स्थल में छिड़काव के भी निर्देश दिए गए हैं.
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मिले हैं इतने केस
चांदीपुरा वायरस की बात करें तो गुजरात में ज्यादातर केस 15 साल से कम उम्र के बच्चों में मिले हैं. 31 जुलाई तक देश में 148 केस मिले हैं, इसमें 59 केस में मरीजों की मौत हो गई है. जांच के बाद पता चला था कि इसमें 51 केसों में चांदीपुरा वायरस की पुष्टि हुई थी. ऐसे में इसे देखते हुए एमपी में काफी ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है.
इस वायरस की बात करें तो यह वायरस घरों और मवेशियों के शेड में पनपता है. साल 1966 में पहली बार महाराष्ट्र में इससे जुड़ा केस रिपोर्ट किया गया था. नागपुर के चांदीपुर में इस वायरस की पहचान हुई थी, इसलिए इसका नाम चांदीपुरा वायरस पड़ गया. इसके बाद इस वायरस को साल 2004 से 2006 और 2019 में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में रिपोर्ट किया गया. इसके लक्षणों की बात करें तो इसमें तेज बुखार और दिमाग में सूजन देखने को मिल रही है. साथ ही साथ ये वायरस होने पर उल्टी, सर दर्द, सुस्ती अंगों की गति में कमी या मानसिक स्थिति में बदलाव हो सकता है.
(भोपाल से अनिल नागर की रिपोर्ट)