Madhya Pradesh News: भीषण गर्मी के बीच देश के कई शहरों से बड़ी संख्या में चमगादड़ों की मरने की खबर सामने आ रही है. इस बीच मध्य प्रदेश में भी चमगादड़ों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया. फिलहाल बालाघाट और रतलाम में सैकड़ों चमगादड़ों की मौत हुई. यहां हालात ये हो गए हैं कि पेड़ों पर लटके चमगादड़ पक्के आम की तरह टपक रहे हैं.


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बालाघाट शहर के सुरभि नगर इलाके में मोती तालाब के किनारे पेड़ों पर लटके चमगादड़ टपक रहे हैं.अभी तक आधा सैकड़ा के करीब चमगादड़ों की मौत हो चुकी है. यह सिलसिला पिछले दो दिनों से चल रहा है. चमगादड़ों के अचानक मौत होने से उठ रही बदबू से यहां के रहवासी और राहगीर परेशान हो रहे हैं. पशु चिकित्सक डॉ घनश्याम परते को मौका स्थल पर बुलाकर परीक्षण किया.


गर्मी हो सकती है मौत का कारण
डॉ परते के मुताबिक, चमगादड़ों की मौत गर्मी से बढ़ता तापमान भी हो सकता है. किसी तरह का इंफेक्शन मौत का कारण है. यह परीक्षण करने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. डॉ परते ने लोगों से अपील की है कि पशु पक्षियों के पानी की व्यवस्था करें और यहां से गुजरने वाले लोग मास्क का उपयोग करें.


यहां 8 दिन से मर रहे चमगादड़
इधर, रतलाम में चमगादड़ों के मरने की विचित्र घटना से हर कोई हैरान है. रतलाम नगर निगम में एक पेड़ पर बड़ी संख्या में चमगादड़ों की मौत हो रही है. यहां के स्थानीय लोग बता रहे हैं कि बीते 8 दिन से चमगादड़ बड़ी संख्या में मर रहे हैं. कुछ पेड़ से नीचे भी गिरे हैं. काफी बदबू के कारण यहां से मृत चमगादड़ हटवाए हैं. अभी तक उनकी मौत को लेकर कोई कारण स्पष्ट नहीं हुआ है.


विभाग को जानकारी नहीं
लोगों ने पशु चिकित्सा विभाग को इसकी जानकारी दी तब जाकर उन्होंने इसमें संज्ञान लेने की बात कही. पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी ने कहा कि अभी आपके द्वारा जानकारी मिली है. अब हम दिखवाते हैं कि इन चमगादड़ो की मौत का क्या कारण है? फिलहाल मृत चमगादड़ अब भी मौके पर हैं.


झील पर प्यास बुझाने पहुंचे चमगादड़
इधर, सागर में रात में घूमने वाले चमगादड़ गर्मी से बचने के लिए दिन में भी दिखने लगे हैं. दिन में कई चमगादड़ 46 डिग्री तापमान होने के बाद सागर की लाखा बंजारा झील पर घूमते, डुबकी लगाते और पानी पीते नजर आए. लोगों यह नजारा देखा तो हैरान रह गए. अमूमन चमगादड़ दिन में दिखाई नहीं देते हैं.