हरीश गुप्ता/छतरपुर: जिले में एक दलित नाबालिग युवती के साथ हुई रेप की घटना में लापरवाही बरतने वाले कोतवाली इंचार्ज अनूप यादव (Kotwali InCharge Anoop Yadav),एसआई गुरुदत्त शेषा (SI Gurudutt Shesha),महिला सब इंस्पेक्टर मोहिनी शर्मा (Sub Inspector Mohini Sharma) को एसपी सचिन शर्मा (SP Sachin Sharma) ने निलंबित कर दिया है और आगे की जांच लवकुशनगर एसडीओपी (Lavkushnagar SDOP) को सौंपी है. 


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नाबालिक दलित युवती 28 अगस्त को गायब हुई थी
जानकारी के अनुसार छतरपुर शहर की एक नाबालिक दलित युवती 28 अगस्त को गायब हुई थी.जिसकी शिकायत परिजनों ने सिटी कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी, जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था और ठीक 2 दिन बाद बच्ची आरोपी युवक बाबू खान (Babu Khan) के घर से बरामद हुई थी.जिस पर पुलिस ने बच्ची के बयान अनुसार रेप की घटना दर्ज की थी. 


दो एसआई को दोषी पाया गया
मगर बच्ची के बार-बार अपहरण की बात कहने के बावजूद भी इस पर अपहरण का मामला दर्ज नहीं किया गया था और पीड़ित बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाए थे कि बच्ची को थाने में 2 दिनों तक बिठा कर रखा गया था.इसके साथ ही महिला एसआई मोहिनी शर्मा ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था.जिसकी पीड़ित परिवार ने शिकायत न्याय पीठ बाल कल्याण समिति में करते हुए न्याय की गुहार लगाई थी. जिसके बाद मामले को न्याय पीठ ने संज्ञान लेते हुए अपनी जांच पड़ताल की और जांच पड़ताल उपरांत यहां पर सिटी कोतवाली थाना प्रभारी सहित दो एसआई को दोषी पाया गया.


न्याय पीठ के सदस्यों ने कलेक्टर संदीप जीआर से की थी कार्रवाई की मांग
जिसके खिलाफ एक्शन को लेकर न्याय पीठ के सदस्यों ने कलेक्टर संदीप जीआर (Collector Sandeep GR) को शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी. जिस पर अपर कलेक्टर प्रताप सिंह चौहान ने जांच करते हुए एसपी सचिन शर्मा को थाना प्रभारी और एसआई के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था.