उज्जैन में लंबे समय से शिप्रा शुद्धीकरण की मांग उठा रहे साधु-संत अब सड़क पर उतर गए हैं. उज्जैन के राम घाट के सामने दत्त अखाड़ा घाट पर धरना देने 13 अखाड़ों के संत बैठ गए हैं.
Trending Photos
राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: उज्जैन में लंबे समय से शिप्रा शुद्धीकरण की मांग उठा रहे साधु-संत अब सड़क पर उतर गए हैं. उज्जैन के राम घाट के सामने दत्त अखाड़ा घाट पर धरना देने 13 अखाड़ों के संत बैठ गए हैं. साधु संतों ने अल्टीमेटम दिया है कि अब मांग मंजूर होने तक वे लगातार चरणबद्ध आंदोलन करते रहेंगे. सभी की एक ही मांग है कि जब तक काम शुरू नहीं होता, तब तक क्षिप्रा शुद्धिकरण को लेकर धरना देंगे, साथ ही अनशन भी लगातार जारी रहेगा.
Gen Bipin Rawat के हेलिकॉप्टर के एक्सीडेंट के ठीक पहले का वीडियो आया सामने, देखिए
दरअसल संतो की यह मांग है कि शिप्रा नदी में मिलने वाले नालों को तुरंत रोका जाना चाहिए. दरअसल, उज्जैन में उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी के शुद्धीकरण की मांग वर्षों से चुनावी मुद्दा बनती आई है, लेकिन धरातल पर कोई काम नजर नहीं आ रहा है. साधु संत भी शिप्रा शुद्धीकरण को लेकर लगातार अपनी ओर से मांग उठाते आए हैं. खास बात ये कि जल प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट में भी क्षिप्रा के मुख्य राम घाट का पानी D ग्रेड बताया गया है.
कल हुए थी आंदोलन की बैठक
बता दें कि बुधवार को उज्जैन के जूना अखाड़ा के साधु-संतों के नेतृत्व में बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें जूना अखाड़े के महंत आनंद गिरी ने बताया कि साधू संतों ने यह तय किया है कि गुरुवार से धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा. यह धरना दत्त अखाड़ा घाट पर शुरू होगा. उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से यह मांग की है कि शिप्रा में मिल रहे नालों को तत्काल रोका जाए.
इस तरह नदी हो रही प्रदूषित
इंदौर की खान (कान्ह) नदी का प्रदूषित पानी शिप्रा नदी में मिल रहा है. वहीं देवास की फैक्ट्री का प्रदूषित पानी शिप्रा में मिल रहा है, होटलों का गन्दा पानी शिप्रा में मिल रहा है. इसलिए संतों की मांग है कि खान नदी पर नहर बनाकर उसका गन्दा पानी कालियादेह महल तक ले जाकर बाहर किया जाए.
WATCH LIVE TV