मोदी लहर में भी आरिफ अकील ने हासिल की थी जीत, ऐसे तय किया था छात्रसंघ से शेर ए भोपाल तक का सफर
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2358032

मोदी लहर में भी आरिफ अकील ने हासिल की थी जीत, ऐसे तय किया था छात्रसंघ से शेर ए भोपाल तक का सफर

Arif Aqeel Political Career: मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर आरिफ अकील का आज निधन हो गया. उनके निधन के बाद कांग्रेसियों में शोक की लहर दौड़ गई, जानिए कैसा था आरिफ का पॅालिटिकल करियर. 

मोदी लहर में भी आरिफ अकील ने हासिल की थी जीत, ऐसे तय किया था छात्रसंघ से शेर ए भोपाल तक का सफर

Arif Aqeel Biography: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से कांग्रेस पार्टी के लिए एक निराश होने वाली खबर सामने आई है. बता दें कि कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आरिफ अकील का निधन हो गया. उनके निधन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है. आरिफ अकील की बात करें तो ये भोपाल उत्तर सीट से 6 बार विधायक रह चुके हैं, इसके अलावा ये मंत्री भी रह चुके थे. आरिफ की गिनती जुझारू नेताओं में होती थी. इन्होंने कई मौकों पर खुद को साबित भी किया था. हालांकि इनका जीवन काफी उतार- चढ़ाव भरा रहा लेकिन ये संघर्ष से पीछे नहीं हटे, जानिए  इन्होंने कैसे तय किया किया NSUI से शेर ए भोपाल तक का सफर. 

शोक की लहर 
सीनियर लीडर आरिफ अकील के निधन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई. आरिफ अकील लंबे से बीमार चल रहे थे, रविवार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां सोमवार सुबह उनका निधन हो गया. आरिफ अकील को भोपाल में ही सुपुर्द ए खाक किया जाएगा. आरिफ अकील भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं.1998, 2003, 2008, 2013, 2018 तक वह लगातार कांग्रेस के टिकट पर उत्तर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. ये दिग्विजय सिंह औक कमलनाथ के मंत्रीमंडल का भी हिस्सा रह चुके थे. आरिफ की राजनीति की शुरूआत कुछ यूं हुई थी. 
 
मोदी लहर में भी हासिल की जीत 
आरिफ अकील का राजनीतिक करियर संघर्षो से भरा था. हालांकि इन्हें अपने पहले ही चुनाव में जीत मिली थी जिसके बाद ये उत्साह से लबरेज थे हालांकि हार का सामना भी इन्हें करना पड़ा था. लेकिन ये घबराए नहीं और लगातार संघर्ष करते रहे. आरिफ का कद बढ़ते हुए राजनीतिक अनुभवों  साथ बढ़ता चला गया. इन्होंने साल 2013 के चुनाव में मोदी लहर में भी जीत हासिल की, 2018 के विधानसभा चुनाव में भी मोदी लहर के बावजूद ये विधायक बने. साल 1998 के बाद 2018 तक आरिफ ने जब तक चुनाव लड़ा तब तक जीत हासिल की. इन्हें लोग शेर ए भोपाल के नाम से भी जानते थे. 

ऐसी चढ़ी राजनीति की सीढ़ी 

  • आरिफ अकील ने छात्रसंघ से अपनी शुरूआत की और कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI के 1977 में उपाध्यक्ष बने. 
  • इसके बाद साल 1990 में पहली बार इन्होंने भोपाल उत्तर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा और चुनाव में इन्होंने जीत हासिल की. 
  • लगातार संघर्ष करने वाले अकील 1993 में जनता दल से चुनाव लड़ा पर इन्हें चुनावी मैदान में भाजपा प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा.
  • आरिफ वक्फ बोर्ड और बार काउंसिल के सदस्य भी रह चुके हैं. 
  • आरिफ अकील ने इसके बाद 1998 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और भाजपा प्रत्याशी को हराकर विधायक बने. 
  • इसके बाद से भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से कई बार इन्होंने जीत हासिल की. 
  • आरिफ को दिग्विजय सिंह की सरकार में मंत्री बनाया गया था. कमलनाथ सरकार में भी ये मंत्री रहे थे. 

    ये भी पढ़ें: MP कांग्रेस के दिग्गज नेता आरिफ अकील का निधन, भोपाल में ली आखिरी सांस

Trending news