madhya pradesh news-दो साल में पहले इंदौर में चर्चित हनीट्रैप कांड के फरियादी इंदौर के पूर्व सिटी मेयर हरभजन सिंह की मौत हो गई. उनका शव रीवा में घर में पैतृक निवास के कमरे में मिला. हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई जा रही है. हरभजन सिंह की शिकायत के बाद ही हनीट्रैप मामले का खुलासा हुआ था. एमपी में यह मामला काफी दिनों तक चर्चा में रहा था. 


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हरभजन सिंह के शव को घर में देख पड़ोसियों ने अस्पताल भेजा. उनकी पत्नी और बेटा दूसरे शहर में रहते हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. 


हरभजन सिंह ने की थी शिकायत 
इंदौर में हनीट्रैप कांड का खुलासा हरभजन सिंह की रिपोर्ट के बाद ही हुआ था. हरभजन सिंह ने अपनी शिकायत में कहा था कि कुछ लड़कियां उन्हें वीडियो रिकॉर्डिंग के नाम पर ब्लैकमेल कर रहीं हैं. बाद में पुलिस ने इंदौर और भोपाल की कुछ युवतियों को गिरफ्तार किया था. वहीं इन्हीं युवतियों में से एक युवती ने हरभजन सिंह के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने युवती की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया था, इसके बाद विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया था. 


निलंबन के बाद आए थे रीवा
हरभजन को निलंबित कर उनका मुख्य कार्यालय रीवा कर दिया गया था. निलंबन के कुछ दिनों तक हरभजन सिंह इंदौर में ग्रेटर कैलाश मार्ग पर रहे, इसके बाद वे रीवा में स्थित अपने पैतृक निवास पर रहने चले गए थे. उनकी पत्नी और बेटे भी कुछ समय से दूसरे शहर में रहने चले गए थे. 


8 आरोपी हुए थे गिरफ्तार 
हरभजन सिंह से युवतियों ने अश्लील वीडियो के नाम पर ब्लैकमेल किया था और 3 करोड़ रुपए की मांग की थी. हरभजन सिंह की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार, भोपाल की आरती नाम की युवती ने उनकी दोस्ती 18 साल की बीएससी छात्रा मोनिका से दोस्ती करवाई थी. फिर इंदौर के एक होटल में आरती ने मोबाइल से दोनों का वीडियो बनाया, इसके बाद आठ महीने उन्हें ब्लैकमेल किया. इसमें तीन बार वे पैसे दे चुके थे.