MP के बच्चे अब ड्रोन उड़ाना सीखेंगे, केंद्रीय मंत्री सिंधिया की पहल लाई रंग
Advertisement

MP के बच्चे अब ड्रोन उड़ाना सीखेंगे, केंद्रीय मंत्री सिंधिया की पहल लाई रंग

नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने 11 दिसंबर, 2021 को ग्वालियर में हुए ड्रोन मेले में प्रदेश के पांच शहरों में ड्रोन स्कूल खोलने की घोषणा की थी. ग्वालियर के अलावा भोपाल, इंदौर, जबलपुर और सतना में ये स्कूल खुलेंगे. 3 महीने से लेकर एक साल तक के कोर्स शामिल होंगे

सिंधिया के प्रोजेक्ट का एमओयू पूरा

ग्वालियरः मध्य प्रदेश को जल्द ही एक और बड़ी सौगात मिलने वाली है. जिससे प्रदेश के छात्रों को फायदा होगा. इस सौगात की घोषणा खुद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)  ने की थी. दरअसल, ग्वालियर में जल्द ही प्रदेश का पहला ड्रोन स्कूल (Drone School) खुलने जा रहा है, जिसका एमओयू (MOU) पूरा हो चुका है. 

ग्वालियर में खुलेगा ड्रोन स्कूल 
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 11 दिसंबर को ग्वालियर में आयोजित ड्रोन मेले में मध्य प्रदेश के पांच शहरों में ड्रोन स्कूल खोलने की घोषणा की थी. बताया जा रहा है कि मार्च में पहला स्कूल ग्वालियर में शुरू हो जाएगा. क्योंकि ग्वालियर के माधव इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी के बीच ड्रोन स्कूल का एमओयू (MOU) साइन हो चुका है. अब जल्द ही स्कूल की खोलने की प्रक्रिया चालू हो जाएगी. 

इन शहरों में खुलना है ड्रोन स्कूल 
ग्वालियर के अलावा राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर और सतना शहर में ड्रोन स्कूल खोला जाएगा. इन स्कूलों में 3 महीने से लेकर एक साल तक के कोर्स संचालित होंगे. जिसके लिए गाइडलाइन भी तैयार की जा चुकी है. फरवरी महीने में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ड्रोन अकादमी इन स्कूलों में भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करेगी, जिसमें छात्रों को पूरी जानकारी मिलेगी और उसी के बाद दाखिले की शुरुआत होगी. बता दें कि दिसंबर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर के माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में ड्रोन मेले का स्वागत किया था. जिसमें 20 कंपनियों में से 11 कपंनियों के ड्रोन ने आसमान में कलाबाजियां दिखाईं थी. इस ड्रोन मेले के आयोजन से राज्य में कई तरह के रोजगार मार्ग खुलने की बात कही गई थी.  मुख्य रूप से एग्रीकल्चर और स्टूडेंट्स पर इस मेले का फोकस किया गया

क्या होती है ड्रोन की खासियत 
बता दें कि ड्रोन की कई खासियत होती है, जैसे कि ड्रोन एक से लेकर 42 किलो तक का वजन उठा सकेंगे. खेतों के बड़े एरिया में बीज और कीटनाशनक डालने और कृषि सर्वे में भी इनका उपयोग होगा. ड्रोन मेकिंग पढ़कर स्टूडेंट्स रिसर्च कर सकेंगे. सर्वे और जमीन नापने आदि में भी ड्रोन का उपयोग होगा. किसी खास जगह पर निगरानी के लिए पुलिस भी इसका इस्तेमाल कर सकेगी. इन सभी विधाओं में छात्रों को पारंगत किया जाएगा. 

इस तरह मिलेगी ट्रेनिंग 
दरअसल, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रोन एक सरकारी पंजीकृत प्रशिक्षण संस्थान है. ये प्रोफेशनल पायलटों को और एयरोस्पेस इंजीनियरों को मानव रहित हवाई वाहन को चलने के लिए ड्रोन चलने की ट्रेनिंग देते है. साथ ही इसमें ड्रोन तकनीक और इसके इस्तेमाल की शिक्षा और प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. 

ये भी पढ़ेंः भोपाल और इंदौर में अपराधियों की अब खैर नहीं! पुलिस को मिलेगा NSA लगाने का अधिकार

WATCH LIVE TV

Trending news