ग्वालियर पहुंचे गोविंद सिंह ने सिंधिया पर साधा निशाना, कहा-वे कमजोर हो गए हैं
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ग्वालियर पहुंचे गोविंद सिंह ने सिंधिया पर साधा निशाना, कहा-वे कमजोर हो गए हैं

नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद डॉक्टर गोविंद सिंह पहली बार ग्वालियर पहुंचे, जहां वह पार्टी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह के निवास पर पहुंचे, इस दौरान उन्होंने सिंधिया पर सीधा निशाना साधा. 

 

डॉ. गोविंद सिंह, नेता प्रतिपक्ष, मध्य प्रदेश

शैलेंद्र भदौरिया/ग्वालियर। नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद डॉ. गोविंद सिंह आज ग्वालियर पहुंचे जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर बड़ा बयान दिया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सत्ता में वापसी करेगी. 

2023 में कांग्रेस वापसी करेगी 
नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद डॉक्टर गोविंद सिंह पहली बार ग्वालियर पहुंचे, जहां वह पार्टी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह के निवास पर पहुंचे, इस दौरान डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि ''कांग्रेस की चुनौतियां जनता की समस्या हल कराना है, क्योंकि महंगाई बेरोजगारी से पूरा प्रदेश जूझ रहा है, ऐसे में कांग्रेस जनता की आवाज सदन और सदन के बाहर बुलंदी के साथ उठाएगी. गोविंद सिंह ने कहा कि इस बार कांग्रेस 2018 से बेहतर परफॉर्मेंस करेगी और सत्ता में वापसी करेगी,

सिंधिया कमजोर हो गए हैं 
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने के बाद कमजोर पड़ी कांग्रेस के सवाल पर कहा कि गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस कभी कमजोर नहीं है, कमजोर तो सिंधिया है जो अपने ही प्रतिनिधि से चुनाव हार गए थे, कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है. अब गुटबाजी तो बीजेपी में है क्योंकि सिंधिया और उनके समर्थक बीजेपी में पहुंच गए हैं. जिससे बीजेपी का मूल कार्यकर्ता हताश और निराश है.

कांग्रेस में सब एकजुट है 
वहीं सज्जन सिंह वर्मा के युवा नेता को नेता प्रतिपक्ष की कमान देने के सवाल पर गोविंद सिंह ने कहा कि सज्जन सिंह वर्मा उनके अच्छे मित्र हैं और नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद सबसे पहले उन्हीं का बधाई संदेश मेरे पास आया था, कांग्रेस में सब एकजुट है. गोविंद सिंह ने कहा कि पार्टी एकजुट है और पूरी ताकत के साथ जनता के मुद्दे उठाएंगे. 

सिंधिया विरोधी माने जाते हैं गोविंद सिंह
बता दें कि गोविंद सिंह भी ग्वालियर चंबल क्षेत्र से आते हैं और इस इलाके में उनका भी अच्छा खासा प्रभाव है. गोविंद सिंह और सिंधिया की पुरानी अदावत रही है. जब सिंधिया कांग्रेस में थे, तब भी गोविंद सिंह सिंधिया के खिलाफ खासे मुखर रहते थे. दरअसल ग्वालियर चंबल क्षेत्र में कांग्रेस की जीत का सेहरा सिंधिया के सिर पर ही बंधता रहा है, जिससे गोविंद सिंह संतुष्ट नहीं रहे. अब जब सिंधिया भाजपा के खेमे में जा चुके हैं तो जाहिर है गोविंद सिंह अब सिंधिया विरोध में खुलकर बोल सकेंगे. ऐसे में आगामी चुनाव में ग्वालियर चंबल की राजनीति में होने वाली उठा-पटक पर सभी की निगाहें रहेंगी.  

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