कर्फ्यू में थम गई खरगोन की खुशियांः अक्षय तृतीया पर नहीं बजी शहनाइयां
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कर्फ्यू में थम गई खरगोन की खुशियांः अक्षय तृतीया पर नहीं बजी शहनाइयां

कर्फ्यू की वजह से शहर में होने वाली शादियां भी प्रभावित हुई हैं. अक्षय तृतीया पर बगैर मुहूर्त के भी शादी लग्न होते है. इस कारण अधिक से अधिक शादियां अक्षय तृतीया पर होती है. लेकिन इस बार शहर में शादियां नहीं हुई.

कर्फ्यू में थम गई खरगोन की खुशियांः अक्षय तृतीया पर नहीं बजी शहनाइयां

राकेश जायसवाल/खरगोन। मध्य प्रदेश के निमाड़ अंचल में बसा खरगोन शहर रामनवमीं पर हुई हिंसा के बाद पूरी तरह से बदल गया है. हिंसा के बाद पूरा शहर छावनी में तब्दील हो गया, अब यहां के लोगों की जिंदगी कर्फ्यू के बीच बीत रही है. लेकिन इस कर्फ्यू से केवल लोगों की आम जनजीवन ही प्रभावित नहीं हुआ है, बल्कि इस हंसते खेलते शहर में खुशियां भी दूर हो गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि कर्फ्यू के साये में जी रहे इस शहर में शादियां भी प्रभावित हुई हैं. 

खरगोन में कर्फ्यू से शादियां भी प्रभावित
दरअसल, कर्फ्यू की वजह से शहर में होने वाली शादियां भी प्रभावित हुई हैं. अक्षय तृतीया पर बगैर मुहूर्त के भी शादी लग्न होते है. इस कारण अधिक से अधिक शादियां अक्षय तृतीया पर होती है. खरगोन में भी हर साल अक्षय तृतीया पर खूब शहनाइयां बजती थी. लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ. कर्फ्यू की वजह से कई शादियां पोस्टपोन हो गई. 

खरगोन में नहीं हुई कोई शादी 
शायद यह पहला मौका रहा होगा जब अक्षय तृतीया पर खरगोन में एक भी शादी नहीं हुई. पहले खरगोन शहर में अक्षय तृतीया पर शादी के कई सम्मेलन आयोजित होते थे. लेकिन इस बार ऐसा भी कोई आयोजन नहीं किया गया. कर्फ्यू के असर के चलते पूरे जिले में ही कम शादियां हुई ओर खरगोन में कोई शादी नहीं हुई. जिनकी शादी पूर्व से तय थी उन्हें भी अन्य स्थानों पर शादियां करना पड़ी. यानि खुशियों पर भी दंगे की नजर लग गई. 

ग्रामीण क्षेत्रों में हुआ आयोजन 
स्थानीय लोगों ने बताया कि कई समाजजनों के सामूहिक विवाह भी आज के दिन आयोजित होते थे. लेकिन कर्फ्यू के कारण इन लोगों ने अपने सामूहिक सम्मेलन भी खरगोन से दूर ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित किए. खरगोन से आठ किमी दूर मांगरुल में क्षत्रिय कुशवाह समाज ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम सम्पन्न कराया जिसमे 19 जोड़ों ने शामिल होकर अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिये और संग जीने मरने की कसम लेकर उपस्थितजनों का आशीर्वाद लिया. 

समाज इकाई अध्यक्ष ने रामचंद्र कुशवाहा ने बताया कि कर्फ्यू के चलते शादी के लिए कम जोड़े हुए. कुल 19 जोड़े की शादियां हुई. उन्होंने बताया कि आम तौर पर हर साल बड़ा आयोजन होता है, लेकिन इस बारर ऐसा कुछ नहीं हो पाया. क्योंकि कर्फ्यू की वजह से मॉर्केट भी बंद है, जिसके चलते जरुरी सामान की परेशानियां भी हुई. 

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