MP पंचायत चुनाव: 2014 के परिसीमन के चलते इंदौर की 59 पंचायतें हुई कम, देखिए अब कितनी ग्राम पंचायत बची
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MP पंचायत चुनाव: 2014 के परिसीमन के चलते इंदौर की 59 पंचायतें हुई कम, देखिए अब कितनी ग्राम पंचायत बची

मध्यप्रदेश पंचायत चुनावों (MP Panchayat Election) को लेकर नया अपडेट सामने आया है. प्रदेश में पंचायत चुनाव पुराने परसिमिन (Delimitation) के अनुसार होंगे. 2014 के परिसीमन के अनुसार चुनाव से इंदौर की 59 पंचायतें कम होंगी.  साल 2019 के परिसीमन के बाद इंदौर में 371 ग्राम पंचायतें थीं.

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इंदौर: मध्यप्रदेश पंचायत चुनावों (MP Panchayat Election) को लेकर नया अपडेट सामने आया है. प्रदेश में पंचायत चुनाव पुराने परसिमिन (Delimitation) के अनुसार होंगे. 2014 के परिसीमन के अनुसार चुनाव से इंदौर की 59 पंचायतें कम होंगी.  साल 2019 के परिसीमन के बाद इंदौर में 371 ग्राम पंचायतें थीं. पुराने परिसीमन को देखें तो सिर्फ 312 ग्राम पंचायत रहेंगी.  बता दें चुनाव को लेकर 2 साल पहले नए परिसीमन के आधार पर मतदाता सूची तैयर हो गई थी. लेकिन ये काम दोबारा किया गया. 

नया परिसीमन निरस्त करने से क्या पड़ा फर्क
नए परिसीमन को निरस्त करने के बाद फिर मतदाताओं का विलय पुराने परसिमिन के आधार पर विभाग को करना होगा. फिलहाल उन पंचायतों की मतदाता सूची पर नए सिरे से काम हो रहा है, जो नया परिसीमन निरस्त करने से प्रभावित हुई हैं. इसे लेकर पुरानी परिसीमन के आधार पर नए क्षेत्र के विभाजन का चिन्हाकन, पंचायतवार वार्ड विभाजन आधार पत्रक का काम जारी है. इसी के साथ उन मतदाताओं की क्षेत्रवार पहचान होगी, जिनके नाम दूसरे मतदान केंद्रों की सूची में दर्ज किए जाने हैं.

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कब होगा तारीखों का एलान
चुनावों की तारीखों का एलान  6 दिसंबर के बाद संभव दिखाई दे रहा है. राज्य निर्वाचन आयोग (Election Commission) के नोटिफिकेशन के मुताबिक 6 दिसम्बर तक सभी तैयारियां पूरी होंगी. इसके बाद वोटिंग की तारीख का एलान होगा. इसे लेकर 29 नवंबर को फोटोयुक्त मतदाता सूची प्रारूप का प्रकाशन भी होना है.

दो साल से टल रहे पंचायत चुनाव 
प्रदेश में पिछले दो साल से टलते आ रहे पंचायत के चुनाव जल्द होने हैं. इसको लेकर तीन दिन पहले एमपी हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को जमकर फटकार लगाई थी कि दो साल से चुनाव क्यों टाले जा रहे हैं. इसकी तारीखों का ऐलान जल्द किया जाए. दलील ये दी गई थी कि विधानसभा और लोकसभा के उपचुनाव हो सकते हैं तो पंचायत के चुनाव में कोरोना वाला एंगल क्यों दिखाया जा रहा है. इसे लेकर अब राज्य सरकार अपना पक्ष रखेगी. 

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