ऑनलाइन गेम फ्री फायर की लत में एक बच्चे में अपने पिता के खाते से 1.70 लाख रुपए गायब कर दिए, हालांकि शिकायत के बाद पुलिस ने उनके 64 हजार रुपए वापस करवाए हैं. मामले में कोई FIR नहीं की गई है.
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आशीष श्रीवास/बालाघाट: टेक्नोलॉजी जितना सहूलियत देती है, उतना ही इससे खतरे भी पैदा हो जाते हैं. सही हाथों में इसका इस्तेमाल हो रहा है तो ये वरदान हैं, लेकिन गलत हाथ इसके उपयोग से कई घटनाओं को भी अंजाम दे सकते हैं. सही मार्गदर्शन के बिना आसानी से बच्चों की पहुंच कारण वो इससे गलत काम भी कर जाते हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है बालाघाट से जहां एक बच्चा ऑनलनाइन गेम के पैसे चुकाने के लिए अपने ही घर में हाथ साफ कर लिया.
1.70 लाख रुपए किए गायब
सुरभि नगर निवासी किशोर कुमार के महज दस साल के बेटे को ऑनलाइन गेम फ्री फायर की ऐसी लत लगी कि उसने इस गेम में फायर इक्विपमेंट और आईडी खरीदने के लिए अपने ही पिता के बैंक अकाउंट से 1.70 लाख रुपए गायब कर दिए. बेटा, पिछले दो साल से पिता के खाते से पैसे गायब करता रहा, जिसकी भनक पिता को नहीं लगी.
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65 हजार दिवाए वापस
मंगलवार को कोतवाली स्थित नोडल साइबर शाखा में इसकी शिकायत की गई तो जांच में सामने आया कि फरियादी के बैंक खाते से पैसे गायब करने वाला उसी का इकलौता बेटा है. कोतवाली टीआई कमलसिंह गहलोत ने बताया कि जांच के बाद फरियादी को 64 हजार रुपए वापस दिलवाए गए हैं. हालांकि मामले में किशोर कुमार में FIR नहीं कराई है.
ऑनलाइन सीखा यूपीआई पिन बनाना
बच्चे ने बैंक अकाउंट से पैसे भेजने या यूपीआई पिन बनाने की तरकीब यूट्यूब से सीखी है. पुलिस को दिए बयान में बच्चे ने बताया कि उसने यूट्यूब में वीडियो देखकर यूपीआई पिन जनरेट करना सीखा था. इस खुलासे के बाद उसके माता-पिता के साथ पुलिस भी हैरत में है. बताया गया कि पिता ऑनलाइन पेमेंट या ट्रांजेक्शन के लिए जिस मोबाइल का इस्तेमाल करते थे, उसी मोबाइल में बालक फ्री फायर खेलता था.
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टीआई ने दी समझाइश
टीआई कमल सिंह गहलोत ने बच्चे को समझाइश दी है कि वो दोबारा ऐसा न करें ये बुरे काम हैं. वहीं उन्होंने उसके पिता किशोर कुमार से भी अपली की है कि वो बच्चे पर नजर रखें और उसे मोबाइल या लैपटॉप देते समय इस बात का ध्यान रखें की वो क्या कर रहा है. समय-समय पर उसे सही मार्गदर्शन देते रहे, जिससे बच्चे के दिमाक में ऐसे गलत काम करने का कोई विचार न आए.
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