MP News-गर्मियों के मौसम में फलों के राजा यानी आम की डिमांड खूब बढ़ जाती है. लोग आम का स्वाद लेने के लिए मंडियों में खरीदने के लिए पहुंचते हैं. हर साल की तरह इस साल भी एमपी के भोपाल शहर में आम की मांग बढ़ गई है. राजधानी भोपाल में हर रोज लगभग 100 से 150 टन आम आ रहा है.
भोपाल की आममंडी में बादाम, तोतापरी, सिंदूरी, हापुस और केसर की खूब डिमांड हैं. आने वाले हफ्ते में लंगड़ा, दशहरी, लखनवा, सफेदा और चौसा आम की आवक शुरू हो जाएगी. वहीं हापुस की आवक अंतिम चरण में है.
फिलहाल में भोपाल में दक्षिण भारत के वारंगल, तिरुपति, विजयवाड़ा और निजामाबाद क्षेत्र से आम आ रहे हैं. रोजाना करीब 100 से 150 टन आम आ रहा है. करीब 30 से 40 टन आम की बिक्री हर रोज हो रही है.
फल मंडी के विक्रेता के अनुसार, भोपाल में सबसे ज्यादा डिमांड में बादाम और दशहरी हैं. लोग सबसे ज्यादा इन्हें ही खरीद रहे हैं. वहीं इन आमों के अलावा हापुस, तोतापुरी, केसर, लंगड़ा और आम्रपाली आम भी बिक रहे हैं.
थोक मंडियों में अभी अलग-अलग वैरायटी आई हैं. बिट्टन मार्केट, करोंद मंडी और भदभदा सब्जी मंडी में आम की अलग-अलग वैरायटी मिल रही है, जिसमें मध्यप्रदेश की किस्मों के भी आम हैं.
करोंद मंडी में हापुस आम की पेटी 650 से 700 रुपए (एक दर्जन), बादाम 700 से 800 रुपए पेटी (20 किलो) और तोतापरी आम 600 से 650 रुपए पेटी (20 किलो) के हिसाब से बिक रही है. केसर 1000 से 1100 रुपए पेटी (10 किलो) है.
वहीं हापुस आम रत्नागिरी पेटी थोक-650 से 700 रुपए दर्जन है, तो हापुस आम लोकल-250 से 300 रुपए दर्जन बिक रही है. बादाम पेटी- 800 रुपए (20) किलो, केसर-1000 से 1100 रुपए (10) किलो के भाव से बिक रही है.
‘फलों का राजा’ कहे जाने वाले आम ना सिर्फ स्वाद के लिए बल्कि सेहत के लिए भी खाए जाते हैं. भारत में 1000 से अधिक किस्में पाई जाती हैं, जिसमें मध्य प्रदेश में 200 से अधिक आम की किस्में पाई जाती हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़