Chinese Cucumber Farming: मध्य प्रदेश, देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है. यहां पर बड़े पैमाने पर खेती-किसानी की जाती है. वहीं छतरपुर के किसान भी तरह-तरह की फसलें उगाते हैं, जिससे अच्छी खासी कमाई कर लेते हैं. वहीं एक किसान सिलपतपुरा के रहने वाले युवा किसान ने विदेशी खीरा की खेती की है. जिसे मार्केट में महंगे दामों पर बेचते हैं. आइए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते हैं.
युवा किसान ने बताया कि पेशे से पटवारी हैं, लेकिन खेती से जुड़े रहने के कारण खेती-किसानी करने लगे हैं. 2 महीने पहले उन्होंने एक शेडनेट हाउस में चाईनीज खीरा की खेती की है. इस खीरे का बीज नीदरलैंड की कंपनी बनाती है.
उन्होंने बताया कि इसी बीज को अपने खेतों में उगाया है, जिसकी डिमांड इंदौर जैसे बड़े-बड़े बाजारों में खूब रहती है. वहीं इसे महंगे दामों पर बेंचकर अच्छी कमाई भी कर रहे हैं.
किसान के चाचा कोमल पटेल ने बताया कि मेरे भतीजे ने 2 महीने पहले चाइनीज खीरा की खेती की थी. मुझे इसकी इतनी जानकारी नहीं, क्योंकि मैने कभी भी खेती बाड़ी की नहीं है. मेरा भतीजा पढ़ा लिखा है, तो वही मैनेज करता है.
उन्होंने बताया कि यह चाईनीज खीरा खाने में बहुत मीठा बताया जाता है. यह इतना चिकना होता है, कि इसे छीलने की जरूरत ही नहीं पड़ती है. उन्होंने कहा कि देसी खीरा बाहर से थोड़ा दानेदार होता है, इसका हल्का दब रंग होता है. यह चाइनीज खीरा चमकदार बहुत होता है.
वहीं उन्होंने इसके वजन के बारे में बताया कि इस चाईनीज खीरे का वजन 100 से 200 ग्राम का होता है. इसकी सबसे खासियत है यह है कि यह वजन के साथ-साथ काफी लंबा भी होता है, लेकिन देसी खीरा मोटा होता है, लेकिन यह हल्का पतला होता है.
किसान ने आगे बताया कि आजकल इस खीरे की डिमांड काफी है, छतरपुर मंडी के साथ-साथ इंदौर जैसे बड़े शहरों में लोग इसे खाना पसंद कर रहे हैं. इसकी सप्लाई हम इंदौर शहर में करते हैं, यह खीरा मंडी में लगभग 20 रुपए से 22 रुपए प्रति किलो तक में बेचते हैं.
वहीं उन्होंने बताया कि इस चाईनीज खीरे की खेती 1 एकड़ में की थी, जिसमें 3 बार खीरा तोड़ चुके हैं. इसके अलावा, आने वाले दो महीनों तक और तोड़ते रहेंगे. वहीं किसान ने कहा कि लगभग 400 क्विंटल खीरा निकलने की उम्मीद है. (सोर्सः न्यूज18)
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