Khandwa ghost fair-आज तक आपने इंसानों की अदालत में पेशी होते देखी या सुनी होगी, लेकिन मध्यप्रदेश में एक गांव भी है जहां भूतों की अदालत लगती है. इस अदालत में आने के बाद बड़ा से बड़ा शैतान भी सरेंडर कर देता है. रंगपंचमी पर हर साल यहां प्रेत बाधाओं से बाधित लोग पहुंचते हैं, यहां लोगों को इन बाधाओं से मुक्ति मिलती है.
मध्यप्रदेश के खंडवा में सैलानी गांव में भूतों का एक मेला लगता है, जहां पीर की मजार पर अदालत लगती है. रंगपंचमी के दिन यहां प्रेत बाधित लोग बाबा माफ कर दो बाबा छोड़ दो चिल्लाते हुए दिखाई देते हैं.
यहां आने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि बाबा के सामने भूत-प्रेत कांपते हैं, दरगाह की जाली पकड़ते ही भूत अपना जुर्म कबूल करते हैं. लोगों का कहना है कि बाबा भूतों को सजा भी देते हैं.
दरगाह पर यह मेला हिंदू कैलेंडर की तिथि के अनुसार होली से रंग पंचमी तक मेला लगता है. इन पांच दिनों में बाबा को विशेष चादर पेश की जाती है. बाहरी बाधा से परेशान लोग दूर दूर से यहां आते है.
इन पांच दिनों में बाबा की इस अदालत में बाहरी बाधाओं और भूत प्रेत से पीड़ित लोगों की हाजिरी लगती है. जिसमें सैलानी बाबा बुरी आत्माओं को सजा देकर शरीर से बाहर निकालते हैं. जिन लोगों को यहां से फायदा होता है वे यहां हाजिरी लगाने आते हैं.
दरगाह की सीमा में घुसने ही प्रेत बाधा से पीड़ित व्यक्ति दौड़ता हुआ सीधे दरगाह पहुंचता है. वहीं दरगाह में कोई रेंग कर जाता है, तो कोई लोट लगाते हुए पहुंचता है. बाबा की सलाखों को पकड़ने के बाद चीख-पुकार शुरू हो जाती है.
दरगाह के परिसर में आते ही पीड़ितों की अजीब हरकत और आवाजों से अलग ही मंजर दिखाई देता है. पीड़ित दरगाह तक सिर्फ यह कहते हुए जाता है कि बाबा माफ कर दो, ये डरावनी आवाज पूरे परिसर में घूमतीं हैं.
कई लोगों का कहना है कि उन्हें डॉक्टर के इलाज से भी फायदा नहीं मिला लेकिन दरगाह पर पहुंचते ही उनकी परेशानी दूर हो गई. यहां आने वाले अधिकांश लोग अस्पताल और डॉक्टरों के इलाज से थक हार दरगाह पर आते हैं.
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