Monsoon in MP: मई का महीना चल रहा है. मध्य प्रदेश समते देश के अधिकांश हिस्सों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. अब इस भीषण गर्मी से राहत तभी मिल पाएगी, जब प्रदेश में मानसून दस्तक और झमाझम बारिश होगी. मौसम विभाग की ओर से मानसून की लेकर बड़ा अपडेट आया है. आइए जानते मध्य प्रदेश में कितने तारीख तक मानसून दस्तक दे सकती है और कब से बारिश होने की संभावना है.
दरअसल, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस बार देश में मानसून का प्रवेश चार दिन पहले अर्थात 27 मई तक होने का अनुमान लगाया है. इस पूर्वानुमान के अनुसार, मध्य प्रदेश में मानसून के अगले 15 से 18 दिनों के भीतर दस्तक देने की संभावना है. प्रदेश में मानसून के आगमन की सामान्य तिथि 15 जून है. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में मानसून ने 18 जून के बाद ही मध्य प्रदेश में प्रवेश किया है.
मौसम विज्ञान केंद्र ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यदि देश में मानसून अपने सामान्य समय से पहले आता है, तो मध्य प्रदेश में भी इसके निर्धारित तिथि के आसपास पहुंचने की संभावना है. पिछले वर्ष, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 21 जून को प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों, जिनमें पांर्ढुना, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर जिले शामिल हैं, में प्रवेश किया था. इस वर्ष भी इन्हीं जिलों से मानसून के प्रदेश में प्रवेश करने की संभावना जताई जा रही है.
मौसम विज्ञानियों ने मध्य प्रदेश में इस बार मानसून की वर्षा सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद जताई है. पूर्वानुमानों के अनुसार, प्रदेश में इस वर्ष 104 से 106 प्रतिशत तक वर्षा हो सकती है, जो औसत रूप से 38 से 39 इंच के आसपास रहने का अनुमान है.
क्षेत्रवार वर्षा की संभावनाओं पर अगर बात करें तो, जबलपुर और शहडोल संभाग में सबसे अधिक वर्षा होने की संभावना है. इसके अतिरिक्त, ग्वालियर, चंबल, इंदौर, उज्जैन और भोपाल संभागों में भी सामान्य वर्षा का कोटा पूरा होने के आसार हैं. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की सामान्य औसत वर्षा 37.3 इंच है.
अगर पिछले दस वर्षों के मानसून आगमन के आंकड़ों पर नजर डालें तो, वर्ष 2024 में मानसून 21 जून को आया और 7 अक्टूबर को विदा हुआ. 2023 में 24 जून को आगमन और 9 अक्टूबर को विदाई हुई थी. इसी प्रकार, 2022 में 16 जून को मानसून ने प्रवेश किया और 14 अक्टूबर तक रहा. 2021 में 9 जून को आगमन और 11 अक्टूबर को विदाई दर्ज की गई थी. 2020 में 14 जून को मानसून आया और 21 अक्टूबर तक सक्रिय रहा. 2019 में 24 जून को आगमन और 12 अक्टूबर को विदाई हुई. 2018 में 25 जून को मानसून ने दस्तक दी और 4 अक्टूबर को चला गया. 2017 में 22 जून को आगमन और 11 अक्टूबर को विदाई हुई. 2016 में 19 जून को मानसून आया और 13 अक्टूबर तक रहा, जबकि 2015 में मानसून ने 15 जून को प्रवेश किया और 2 अक्टूबर को विदा हो गया.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, इस वर्ष मानसून के जल्दी आने और सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना किसानों और आम नागरिकों के लिए एक राहत की खबर है. समय पर और अच्छी बारिश से कृषि उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है, साथ ही गर्मी से भी राहत मिलेगी.
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