mp famous Shiva temples: अब से कुछ दिन बाद सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है. सावन का महीना देवों के दव महादेव की पूजा के लिए बेहद खास माना जाता है. सावन मास में भोले बाबा की पूजा करने से वो प्रसन्न हो जाते हैं. ऐसे में भारत के दिल मध्य प्रदेश में कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां शिव भक्तों का खास नाता है और सावन महीने में भारी भीड़ लगती है. इन मंदिरों को लेकर ऐसी मान्यता है कि सावन में यहां दर्शन करने से हमारे सभी पाप कट जाते हैं और सुख शांति मिलती है. अगर आप भी सावन में धार्मिक यात्रा पर निकलने वाले हैं तो मध्य प्रदेश के ये 7 मंदिर आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकते हैं
उज्जैन स्थिति महाकालेश्वर मंदिर में दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है. जो देश ही नहीं दुनियाभर में फेमस है. सावन महीने में यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है. यहां आप बाबा महाकाल के साथ-साथ काल भैरव और हरिसिद्धि माता समेत अन्य धार्मिक स्थलों का दर्शन कर सकते हैं.
खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर द्वादश ज्योतिर्लिंग में शामिल है. यह नर्मदा नदी के बीच एक द्वीप पर स्थित है. ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान शिव के दो प्रमुख मंदिर हैं - ओंकारेश्वर और ममलेश्वर. आप सावन महीने में दर्शन-पूजन कर पुण्य लाभ ले सकते हैं. यह एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है
भोजपुर शिव मंदिर को "उत्तर भारत का सोमनाथ" भी कहा जाता है, यह मंदिर एक अधूरा लेकिन भव्य शिव मंदिर है जिसमें एक विशाल शिवलिंग स्थापित है. अपनी अधूरी संरचना के बावजूद यह मंदिर अपनी विशालता और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, सावन महीने में यहां भक्तों की भारी भीड़ लगती है.
खजुराहो में स्थित कंदरिया महादेव मंदिर पश्चिमी समूह के मंदिरों में सबसे बड़ा और सबसे अलंकृत मंदिर है. कंदरिया महादेव मंदिर भोले बाबा को समर्पित है. इस मंदिर की भव्यता इसे और अधिक खास बनाती है.
मंदसौर जिले में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर शहर के शिवना नदी के तट पर स्थित है. यह मंदिर अष्मुखी शिव प्रतिमा के लिए फेमस है. श्रावण मास के दौरान यहां शिव भक्तों की भारी भीड़ लगती है.
सागर के बड़ौदिया कला में स्थित जोगेश्वर महादैव मंदिर भी भगवान शिव को सर्पित है. यह प्राचीन शिव मंदिर अपनी ऐतिहासिकता और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है. श्रावण मास में यहां कावरियों की भीड़ उम़ड़ती है.
रतलाम जिले में स्थित विरुपाक्ष महादेव मंदिर एक बहुत ही प्रसिद्ध और प्राचीन शिव मंदिर है. इस मंदिर में तेरस, शिवरात्रि, सावन सोमवार और महाशिवरात्रि के दिन भक्तों की अपार भीड़ होती है. इस मंदिर में महाशिवरात्रि के अगले दिन बंटने वाले खीर प्रसाद का विशेष महत्व है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़