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MP ने देश को क्या-क्या दिया है?, यहां जानिए भारत के दिल के बारे में सबकुछ

Madhya Pradesh-मध्यप्रदेश के यूं ही नहीं भारत का दिल कहा जाता है. मध्यप्रदेश देश का एक ऐसा राज्य है जिसने देश को संस्कृति, इतिहास, प्रकृति, और विकास के क्षेत्र में अनगिनत उपहार दिए हैं. यह प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है, जिसमें हीरे, कोयला, तांबा, लौह अयस्क, मैंगनीज और अन्य खनिज शामिल हैं. यह कृषि के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है, खासकर गेहूं, सोयाबीन और दालों के उत्पादन में. इसके अलावा, मध्य प्रदेश अपनी संस्कृति, कला और पर्यटन के लिए भी जाना जाता है. चलिए जानते हैं कि मध्यप्रदेश का देश में क्या योगदान है

 

कृषि और संसाधन

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कृषि और संसाधन

मध्यप्रदेश भारत का सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक राज्य है, भारत का 60% उत्पादन अकेले यहीं से होता है. मध्यप्रदेश चना, गेहूं, और सरसों की पैदावार में भी अग्रणी है. होशंगाबाद, विदिशा, और सीहोर जैसे जिले कृषि उत्पादन में उल्लेखनीय योगदान देते हैं. इसके साथ ही मंदसौर और नीमच जिले अफीम और मसालों के लिए प्रसिद्ध हैं. विदिशा और होशंगाबाद में धान और गेहूं की अत्यधिक पैदावार होती है. गुना और शिवपुरी जिले तिलहन और दलहन की खेती में अग्रणी हैं.

 

सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत

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सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत

मध्यप्रदेश ने भारत को खजुराहो जैसे विश्व धरोहर स्थल दिए हैं, जहाँ की कला विश्वभर में प्रसिद्ध है.उज्जैन एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है, भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक, महाकालेश्वर मंदिर का घर है. उज्जैन का महाकाल लोक, ओंकारेश्वर, चौरागढ़, अमरकंटक जैसे तीर्थ स्थल, हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं.

सांस्कृतिक पर्यटन

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 सांस्कृतिक पर्यटन

सांची का बौद्ध स्तूप, सम्राट अशोक के काल से जुड़ा है जो देश के प्राचीन इतिहास की झलक देता है. वहीं ग्वालियर और ओरछा के किले भारत की वीरता और स्थापत्य का प्रतीक हैं .खजुराहो की मूर्तिकला UNESCO विश्व धरोहर है. भीमबेटका गुफाएँ भारत के प्राचीनतम इतिहास का सजीव प्रमाण हैं.

लोक कला और परंपरा

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लोक कला और परंपरा

यहां की गोंड और भील जनजातियों की लोककला, विशेष रूप से गोंड पेंटिंग, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराही जाती है. मांडणा, भित्तिचित्र, और बैगा नृत्य जैसी सांस्कृतिक परंपराएं देश की विविधता में सुंदरता जोड़ती हैं. मध्य प्रदेश विभिन्न लोक और जनजातीय संस्कृतियों का संगम है. इसके पास भगोरिया नृत्य, गोंड चित्रकला और नर्मदा परिक्रमा जैसी अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरें हैं.

 

नदियाँ और जलप्रपात

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नदियाँ और जलप्रपात

नर्मदा, चंबल, शिप्रा और बेतवा देश को सिंचाई, बिजली, पीने का पानी और धार्मिक महत्व देती हैं.ये नदियाँ खेती, पर्यावरण और संस्कृति का आधार हैं. दूधधारा जलप्रपात और बहुत ही खूबसूरत पांडव गुफाएँ प्रकृति प्रेमियों का ध्यान खींचती हैं. 

 

प्राकृतिक और वन्य पर्यटन

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प्राकृतिक और वन्य पर्यटन

कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और संजय टाइगर रिजर्व जैसे पार्कों में टाइगर सफारी देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करती है. मध्यप्रदेश के इन टाइगर रिजर्व में देश के सबसे ज्यादा बाघ रहते हैं. इसके अलावा मध्यप्रदेश देश का इकलौता राज्य है, जो चीतों का घर भी है. अकेला मध्यप्रदेश ही देश को 93 हजार किलोमीटर का जंगल एरिया देता है. मोगली भी मध्यप्रदेश के सिवनी के जंगलों से निकला हुआ है. 

 

रक्षा

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रक्षा

भारतीय सेना जितने भी ट्रक और बुलेट प्रूफ व्हीकल्स इस्तेमाल करती है वो सभी मध्यप्रदेश की धरती पर ही बनाए जाते हैं. इसके साथ ही मध्यप्रदेश में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से सेना को बड़ी मात्रा में गोला-बारूद सप्लाई किया जाता है. देश के कई वीर सैनिक और प्रशासक मध्यप्रदेश की भूमि से निकलकर राष्ट्र सेवा में अग्रसर हुए हैं.

 

मिनरल्स

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मिनरल्स

मध्यप्रदेश देश को कई तरह के प्राकृतिक संसाधन भी देता है,  हीरे, कोयला, तांबा, लौह अयस्क, मैंगनीज, हीरा, लाइम स्टोन समेत कई खनिज देता है. मध्य प्रदेश भारत का एकमात्र हीरा उत्पादक राज्य है और इसमें तांबे का भी सबसे बड़ा भंडार है.

Disclaimer: लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. ZEE MP/CG हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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