MP GK: भारत के दिल मध्य प्रदेश को नदियों का मायका कहा जाता है. क्योंकि यहां कई प्रमुख नदियों का उद्गम स्थल है. छोटी-बड़ी मिलाकर यहां 200 से भी अधिक नदियां बहती हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि मध्य प्रदेश से एक ऐसी भी नदी निकलती है, जिसे भगवान सूर्य की पुत्री और शनिदेव की बहन कहा जाता है. अगर नहीं तो चलिए जानते हैं कौन है ये नदी और एमपी में कहां से निकलती है.
दरअसल, मध्य प्रदेश से निकलने वाली यह नदी केवल एक भौगोलिक रेखा नहीं, बल्कि एक जीवंत चरित्र है. इसे ग्रहों के राजा सूर्यदेव की पुत्री कहा जाता है और न्याय के देवता शनिदेव की बहन भी बोली जाती है. यह नदी न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि आर्थिक रूप से भी क्षेत्र के लिए जीवनदायिनी है.
इस रहस्यमयी नदी की पहचान इसकी शांत और गहरी प्रकृति में छिपी है. इसके किनारे सदियों से सभ्यता के विकास के साक्षी रहे हैं, और इसकी पवित्रता आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है. इसके जल का उपयोग सिंचाई और अन्य आवश्यकताओं के लिए किया जाता है, जिससे कृषि और उद्योगों को लाभ मिलता है
यह नदी पश्चिम दिशा की ओर बहती है. मध्य प्रदेश से निकलने वाली यह पवित्र नदी महाराष्ट्र और गुजरात में भी बहती है. ऐसी मान्यता है कि इस नदी में स्नान करने मात्र से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. यही वजह है कि इस नदी में लाखों लोग आस्था की डुबकी लगाते हैं.
यह नदी भारतीय संस्कृति और नदियों के प्रति श्रद्धा का एक और सुंदर उदाहरण है. अब आप सोच रहे होंगे भारते के दिल मध्य प्रदेश से ऐसी कौन सी नदी निकलती है, जिसे शनिदेव की बहन और भगवान सूर्य की पुत्री कहा जाता है. तो चलिए अब देर ना करते हुए जान लेते हैं इसका नाम...
दरअसल, मध्य प्रदेश से निकलने वाली ताप्ती नदी को सूर्य की पुत्री और शनिदेव की बहन कहा जाता है. यह नदी सूर्य और उनकी पत्नी छाया की पुत्री है.
बता दें कि ताप्ती नदी मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में मुलताई नामक स्थान से निकलती है. जो महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों से होकर बहती है और खंभात की खाड़ी में गिरती है.
ताप्ती नदी मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में मुलताई के पास सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला से निकलती है. ताप्ती नदी की प्रमुख सहायक नदियों में पूर्णा, गिरना और पंजरा शामिल हैं.
ताप्ती नदी के किनारे कई प्राचीन और महत्वपूर्ण शहर बसे हैं, जिनमें बुरहानपुर और सूरत प्रमुख हैं. ये शहर सदियों से व्यापार और संस्कृति के केंद्र रहे हैं, और नदी ने इनके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है
इस बात का विशेष ध्यान दें कि अधिकांश मान्यताओं और ग्रंथों में यमुना नदी को शनिदेव की बहन के रूप में जाना जाता है. यमुना सूर्यदेव की पुत्री और यमराज की भी बहन हैं. वहीं, कुछ स्थानीय परंपराओं और मान्यताओं में ताप्ती नदी को भी शनिदेव की बहन माना जाता है, विशेषकर मध्य प्रदेश और उसके आसपास के क्षेत्रों में. इसलिए, यदि आपसे पूछा जाए कि भगवान शनि की बहन किस नदी को कहा गया है, तो यमुना नदी सबसे अधिक प्रचलित और स्वीकृत उत्तर है. हालांकि, ताप्ती नदी का भी कुछ क्षेत्रों में इसी रूप में सम्मान किया जाता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों और स्थानिय मान्यताओं और AI पर आधारित है. zee news किसी भी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है और ना ही कोई दावा करता है.
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