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यूपी बिहार से भी अधिक एमपी के लीची का भाव, वजह जान ललच जाएगा मन

MP Famous Litchi: भारत के प्रमुख लीची उत्पादक राज्यों में बिहार, यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं. बिहार का मुजफ्फरपुर जिला  लीची उत्पादन का सबसे प्रमुख केंद्र है. यही वजह है कि इसे लीची का शहर भी कहते हैं. लेकिन क्या आपको पता है इन सब लीची को छोड़ आजकल मध्य प्रदेश की लीची सबसे अधिक भाव खा रही है.

 

बिहार के लीची से भी महंगी

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बिहार के लीची से भी महंगी

दरअसल, मध्य प्रदेश वैसे तो प्रमुख लीची उत्पादक राज्यों में शामिल नहीं है. लेकिन यहां के एक हिल स्टेशन पर ऐसी लीची की पैदावार हो रही है. जो अपने स्वाद के चलते बिहार के लीची से भी अधिक मंहगी बिक रही है. अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसी कौन सी लीची है तो चलिए जानते हैं.

 

जानिए कहां होती है ये लीची

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जानिए कहां होती है ये लीची

हम बात कर रहे हैं सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी हिल स्टेशन की. इस बार यहां की फेमस रोज सेंटेड लीची अपने स्पेशल स्वाद और अधिक दामों के कारण चर्चा का विषय बनी हुई है.

 

पचमढ़ी की ओर रूख कर रहे हैं लोग

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पचमढ़ी की ओर रूख कर रहे हैं लोग

गर्मी का सीजन चल रहा है. ऐसे में देशभर के पर्यटक ठंडी जगहों की तलाश में पचमढ़ी हिल स्टेश की ओर रूख कर रहे हैं, और यहां के रोज सेंटेड लीची के दीवानें हो रहे हैं.

 

जानिए भाव

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जानिए भाव

जहां बिहार की फेमस लीची मार्केट में 150 रुपये प्रति किलो बिक रही है. वहीं पचमढ़ी की रोज सेंटेड लीची बाजार को 350 रुपए प्रति किलो के भाव से बेचा जा रहा है. हलांकि, पिछले साल पचमढ़ी की यह लीची 200 और 250 रुपए प्रति किलो तक बिकी थी.

 

जानिए क्यों बढ़े भाव

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जानिए क्यों बढ़े भाव

अब सवाल यह है कि आखिर पचमढ़ी की लीची के भाव अचानक से इतने क्यों बढ़ गए. इसको लेकर ऐसा बताया जा रहा है कि इस बार  विशेष क्षेत्र प्राधिकरण के उद्यान में लगे लीची के 15 पेड़ों की अभी तक निलामी नहीं हुई है. जबकि सीजन खत्म हो रहा है. ऐसे में उत्पादन कम होने का हवाला देकर यहां की लीची का दाम बढ़ा दिया गया है. वहीं पेड़ों की नीलामी ना होने की वजह से शासन को राजस्व को भी नुकसान हो रहा है.

 

क्यों खास है पचमढ़ी की लीची?

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क्यों खास है पचमढ़ी की लीची?

अब आप सोच रहे होंगे कि पचमढ़ी की लीची में आखिर ऐसा क्या है, जिस वजह से इसके भाव बढ़े हुए हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि, पचमढ़ी की ठंडक और यहां के प्राकृतिक वातावरण की वजह से इस लीची में गुलाब की सुगंध आती है. ठंडक होने के चलते यहां की लीची कड़क, गूदेदार, रसीले और पकने पर लाल गुलाब की तरह सुर्ख लाल हो जाते हैं. इसी वजह से इसे रोज सेंटेड लीची के नाम से भी जाना जाता है.

 

सबसे अधिक कहां होती है लीची?

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सबसे अधिक कहां होती है लीची?

बता दें कि लीची का सबसे अधिक उत्पादन बिहार के मुजफ्फरपुर में होता है. देशभर में सबसे अधिक लीची की सप्लाई मुजफ्फरपुर से ही होती है. हालांकि, हिल स्टेशन पचमढ़ी के सरकारी उद्यानों में पैदा होने वाली रोज सेंटेड लीची की किस्मत को बिहार की लीची से भी अच्छा माना जाता है. 

सोर्स- Etv

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