Five Star Hotel Of Kings: मध्य प्रदेश में कई ऐसी ऐतिहासिक सराय यानी विश्राम स्थल हैं. जहां किसी जमाने में राजा-महाराज अपनी यात्रा के दौरान विश्राम करते थे और अपनी ठकान मिटाते थे. इस सरायों में से सबसे फेमस सराय बुरहानपुर में है. जहां उस जमाने के हिसाब से बेहतरीन सुविधाएं मिलती थीं. यानी आ के हिसाब से उसकी तुलना फाइव स्टार से कर सकते हैं.
दरअसल, मुगल शासकों ने मध्य प्रदेश से होकर गुजरने वाले महत्वपूर्ण व्यापार मार्गों पर कई सरायों का निर्माण करवाया था. इन सरायों में उनके और के जानवरों के ठहरने की व्यवस्था होती थी. इन सरायों में यात्रियों और उनके जानवाररों के लिए खाने-पीने से लेकर सोने तक की सुरक्षित सुविधाएं दी जाती थी.
इन सरायों में अक्सर बड़े आंगन, कमरे, कुएं और सुरक्षा के लिए ऊंची दीवारें होती थीं. जो राजा-महाराजाओं और व्यापारियों के ठहरने के लिए पूरी तरह सुरक्षित था.
इन्हीं सरायों में से एक मध्य प्रदेश के बुरहानपुर अंडा बाजार में स्थित अकबरी सराय है. जो लगभग 500 साल पुरानी इमारत है. जिसे उस जमाने का फाइव स्टार होटल कहा जाता था. इसी सराय में इधर से गुजरने वाले राजा-महाराज रुककर अपनी ठकान मिटाते थें.
बुरहानपुर में स्थित यह सराय उस जमाने में बेहतरीन सुविधाओं के लिए जाना जाता था. जहां ज़रूरतों और अपेक्षाओं के हिसाब से अपनी बेहतरीन सेवाओं के लिए जानी जाती थीं. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह थी कि यह सराय बिना बिजली पंखे के ही ठंडी रहती थी
बुरहानपुर के इस सराय में करीब 50 से अधिक कमरे बने हुए हैं. इन कमरों में बिना बिजली के ही ठंडक बनी रहती थी. सबसे हैरानी की बात है कि इन 500 साल पुराने इस इमारत में बने कमरे बिना पिलर के बने हुए हैं.
स्थानीय इतिहासकारों के मुताबिक, यह होटल उस समय फाइव स्टार होटल था जहां राजा-महाराजाओं के अलावा देश-विदेश के राजदूतों का ठहराव होता था. आज भी यह ऐतिहासिक इमारत अपनी भव्यता और ठंडे वातावरण के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है.
ज्ञात हो कि इस इमारत की सिर्फ फाइव स्टॉर होटल से तुलना की गई है. जो उस जमाने की मौजूदा आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाती थी. हालांकि, आज के फाइव-स्टार होटलों जैसी आधुनिक सुविधाएं जैसे एयर कंडीशनिंग, स्विमिंग पूल, मल्टी-कुज़ीन रेस्टोरेंट आदि उस समय उपलब्ध नहीं थीं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य जानकारियों पर आधरित है. ZEE NEWS इन ऐतिहासिक जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. यहां उपयोग में ली गई अधिकांश तस्वीरें Meta AI द्वारा जनरेटेड हैं. जिनका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है.
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