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ये है MP का सबसे पुराना महल, यहां राजा ने अपनी ही रानी का सिर किया था धड़ से अलग; जानिए वजह

Raisen Ka Kila MP: मध्य प्रदेश के ग्वालियर किले के बारे में तो आप सभी ने सुन ही रखा होगा लेकिन कभी क्या रायसेन के किले के बारे में सुना है? इस 9 गेट वाले किले में कई अनसुने औक अनसुलझे राज छिपे हैं. जिन्के बारे में लोग ज्यादा बात नहीं करते हैं. भोपाल से कुछ किमी की दूरी पर स्थित रायसेन का ये किला रानी दुर्गावती के मौत के लिए अधिक जाना जाता है...जानिए क्यों...

ऐतिहासिक किला

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ऐतिहासिक किला

मध्य प्रदेश के सबसे पुराने और ऐतिहासिक किलों में से एक रायसेन का किला करीब 800 साल पुराना बताया जाता है. इसका इतिहास मुगल सम्राट अकबर और शेरशाह सूरी ने भी जुड़ा हुआ है.

रानी दुर्गावती

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रानी दुर्गावती

कहते हैं कि इस ऐतिहासिक किले में रानी दुर्गावती की मौत हुई थी और उनका हत्यारा और कोई नहीं बल्कि राजा पूरणमल ने ही किया था जो उस वक्त इस किले पर राज करते थे.

शेरशाह सूरी का धोखा

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शेरशाह सूरी का धोखा

बताया जाता है कि शेरशाह सूरी ने इस किले पर धोखा देकर कब्जा किया था. जिसमें पूरणमल के लोगों ने ही इस गद्दारी में शेरशाह सूरी का साथ दिया था.

रानी का काटा गया सिर

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रानी का काटा गया सिर

पूरणमल को जैसे ही बात का पता चला उन्होंने रानी दुर्गावती की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए और दुश्मनों से बचाने के लिए उनका सिर काट दिया था. 

पारस पत्थर

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पारस पत्थर

बताते हैं कि इस महल में पारस पत्थर भी है जो किसी भी धातु को सोना बनाने की ताकत रखता है. इस पत्थर के संपर्क में आते ही कोई भी साधारण चीज सोना बन जाती है. और इसी पत्थर को लेकर कई युद्ध भी हो चुकी हैं. लेकिन आज तक ये पत्थक किसी के हाथ में नहीं आया है. 

मंदिर और मस्जिद

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मंदिर और मस्जिद

रायसेन का किला इतिहास के पन्नों पर इसलिए भी खास है क्योंकि ये एक ऐसा किला है जिसके परिसर में मंदिर और मस्जिद एक साथ है और इस किले में पैर पड़ते ही लोगों की मन्नत पूरी हो जाती है.

कैसे पहुंचे

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कैसे पहुंचे

रायसेन किले की रोचक कहानियां सुनने के बाद अगर आप इसका सामने से दीदार करने का प्लान बना रहे तो आपको सबसे पहले भोपाल स्टेशन पहुंचा होगा जहां से लगभग 100 किमी पर आपको ये किला देखने को मिलेगा. हर 50-50 किलोमीटर पर आपको लोकल बस मिल जाएगा.

 

डिस्क्लेमर: यहां बताई गई सभी बातें मीडिया रिपोर्ट्स और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं.  इसकी विषय सामग्री और काल्पनिक चित्रण का ZEEMPCG हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.        

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