Mango Variety in MP: गर्मियां आ गई हैं ऐसे में सबकी निगाहें बाजारों में मिल रहे आम की ही तरफ है. बढ़ते तापमान के बीच सिर्फ ताजे रसीले आम की ही गूंज सुनाई पड़ रही है. वैसे तो आम सभी का फेवरेट होता ही है लेकिन अगर आप एमपी के रहने वाले हैं तो आपको पता होना चाहिए कि अकेले रीवा में आम के 200 से अधिक किस्म उपलब्ध हैं. भारत में जहां कुल 1500 किस्म के आम मिलते हैं वहीं रीवा के ये आंकड़े आम को एमपी का राज्य फल भी बनाते हैं. सबसे अच्छी बात तो ये है कि इनमें से एक किस्म के आम यानी सुन्दरजा आम को डायबिटीज पेशेंट भी खा सकते हैं.
मध्य प्रदेश में कई तरह के आम मिलते हैं जिनमें से कुछ के नाम- दशहरी, लंगड़ा, चौसा, सुंदरजा, नूरजहां, आम्रपाली, और मल्लिका है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में कुल 1500 किस्म के आम मिलते हैं जिन्हें भारत के अलग-अलग हिस्सों में भेजा जाता है. लेकिन इसी भारत में एक ऐसा राज्य है जहां आमों की 200 से ज्यादा वरायटी मिलती है.
जी हां, हम बात कर रहे हैं, भारत का दिल कहे जाने वाले राज्य मध्य प्रदेश की जहां आमों की 200 से अधिक वरायटी मिलती है.
मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले में मिलने वाले आम नूरजहां को आमों की रानी भी कहते हैं. स्वाद में नूरजहां बेहद ही मिठा होता है.
एमपी के रीवा में एक ऐसा अनोखा आम मिलता है जिसे सुन्दरजा कहा जाता है. इस आम की खासियत ये है कि इसे मधुमेह रोगियों यानी कि इसे शुगर पेशेंट भी खा सकते हैं.
एमपी में मिलने वाला ये आम दरअसल पूरे भारत में लोकप्रिय है. भारत के कोने-कोने में दशहरी आम के दीवाने मिल जाएंगे. दशहरी अपने सुगंधित और मीठे स्वाद के लिए जानी जाती है.
इन आमों के अलावा लंगड़ा, चौसा, आम्रपाली, मल्लिका, हापुस, तोतापरी, मालगोवा, राजापुरी, वनलक्ष्मी भी आम के ऐसे किस्म है जो एमपी में आसानी से पाए जाते हैं.
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