प्रियांशु यादव/ग्वालियर: मध्यप्रदेश में विधानसभा 2023 चुनाव के पहले इतिहास याद दिलाने का सिलसिला तेजी से चल पड़ा है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ग्वालियर में रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पहुंचकर पुष्पांजलि की है.  अब ग्वालियर में स्थित वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर प्रियंका गांधी का आगमन कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी के लिए बड़ा मुद्दा बन गया है.


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बता दें कि कांग्रेस के गांधी परिवार से कोई भी बड़ा नेता राजीव गांधी, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी या राहुल गांधी अब तक  रानी लक्ष्मी बाई की समाधि तक उन्हें नमन करने के लिए नहीं पहुंचा है. लेकिन इस परंपरा को प्रियंका गांधी ने आज तोड़ा तो भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है.


बीजेपी ने लगाया बड़ा आरोप
प्रियंका गांधी का रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर जाने को लेकर बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस का राष्ट्रवाद देश भक्ति केवल चुनावी समय में ही क्यों जाग जाता है? क्या कारण है कि प्रियंका गांधी केवल चुनावी वर्ष में वीरांगना लक्ष्मीबाई को श्रद्धांजलि देने के लिए आ रही हैं? 



सिंधिया पर साधा निशाना
बता दें कि प्रियंका गांधी के स्वागत में लगाए गए बैनर पोस्टर होर्डिंग में कवियित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता का जिक्र करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और सिंधिया राजवंश को निशाना बनाया गया है. इसके अलावा उस पोस्टर पर लिखा गया था कि ''रानी लक्ष्मीबाई लड़ी थी गोरों से, प्रियंका दीदी अब लड़ना चोरों से'' गौरतलब है कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी का यही स्टैंड था जो कि अब कांग्रेस ने अपना लिया है. देखना यह होगा कि कांग्रेस को वीरांगना लक्ष्मीबाई की समाधि पर जाने पर कितना लाभ मिल पाता है.


पोस्टर पॉलिटिक्स भी हुई शुरू
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के ग्वालियर पहुंचने से ठीक पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ विवादित पोस्टर से सियासी मामला गरमा गया है. बता दें 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में सिंधिया राजवंश की भूमिका को लेकर कवियत्री सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा लिखी गई कविता का अंश इस पोस्टर पर लिखा गया था. जिसके बाद ग्वालियर पुलिस ने इस पोस्टर को मौके से हटा दिया. लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए पोस्टर को वापस लगा दिया. जिसके चलते पुलिस से भी विवाद की स्थिति बनी. अब देखना यह होगा यह पोस्टर वार कांग्रेस को कितना सियासी फायदा पहुंचा पाता है.