ATM से लूट में हाथ की सफाई: पलक झपकते ही बदल लेते कार्ड, फिर ऐसे चुराते पिन नंबर, इस तरह निकाल लेते थे पैसे
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ATM से लूट में हाथ की सफाई: पलक झपकते ही बदल लेते कार्ड, फिर ऐसे चुराते पिन नंबर, इस तरह निकाल लेते थे पैसे

पकडे़ गए सभी आरोपी राजस्थान के धौलपुर और मेवात क्षेत्र के रहने वाले हैं जो संगठित होकर वारदात को अंजाम देते थे. 

पुलिस ने किया गिरोह का खुलासा

भोपालः राजधानी भोपाल में क्राइम ब्रान्च पुलिस ने एटीएम से धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह के लोग बुजुर्गों और महिलाओं को निशाना बनाते थे. ये लोग कई राज्यों के लोगों को अपना निशाना बना चुके हैं. पकड़े गए गिरोह के लोगों को पास पुलिस को कई एटीएम कार्ड भी मिले हैं. 

राजस्थान के रहने वाले हैं सभी आरोपी 
दरअसल, पकडे़ गए सभी आरोपी राजस्थान के धौलपुर और मेवात क्षेत्र के रहने वाले हैं जो संगठित होकर अपराध करते थे. पकड़े आरोपियों के नाम हनीफ, फिरोज और ताहिर बताया जा रहा है. जिनमें हनीफ, फिरोज धोलपुर के रहने वाले है. जबकि ताहिर मेवात का रहने वाले हैं. जिनमें मुख्य आरोपी ताहिर है. पुलिस ने बताया कि ताहिर पुराने एटीएम कार्ड कि व्यवस्था ठगी के लिए करता था. इसके लिए आरोपीगण जैब कतरो तथा उठाईगिरो से खरीदते थे. 

लूट का तरीका 
इसके बाद तीनों आरोपी अपनी बाइक से अलग-अलग राज्यों में जाते है तथा रास्ते में पड़ने वाले प्रत्येक एटीएम को चैक करते हैं. जो एटीएम मशीन बंद होती थी. उसके सामने खड़े हो जाते थे. जैसे ही यहां कोई बुजुर्ग या महिला पैसे निकाने आते थे. लेकिन पैसे नहीं निकलने के बदले वह उनकी हेल्प करने की बात कहते और इसी तरह वह एटीएम कार्ड का पिन नंबर ले लेते थे. इसके अलावा वह पुराने एटीएम कार्ड से ग्राहक का कार्ड बदलकर ग्राहक को यह बोल देते हैं कि मशीन खराब है. पुराने एटीएम कार्ड को पहले से ही एक अन्य आरोपी बदलने के लिए खड़ा रहता था. जो ग्राहक के बदले हुए कार्ड को लेकर चला जाता था. जिसके बाद दोनों आरोपी भी मौके से फरार हो जाते थे. इसके बाद उसी एटीएम से पैसे निकाल लेते थे.

वर्तमान में थाना निगतपुरा माना, आशोका गार्डन, थाना जहांगीराबाद तथा थाना पिपलानी में कि गई वरदातों के बारे में आरोपीगणों द्वारा बताया गया है. इससे पहले आरोपी 2021 में फरवरी, जून, सितम्बर माह में भोपाल में वरदात कर चुके है. आरोपियों के खिलाफ अन्य राज्यों में भी अपराध पंजीबद्ध है.  ये लोग मध्यप्रदेश के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात में वारदात कर चुके हैं. इसी तरीके से उन्होंने अब तक लोगों सो लाखों रुपए की ठगी की है. अपराध से प्राप्त राशि का उपयोग पर बनाने व चलाने, नयी बाइक खरीदने और अपने शौक पूरा करने में करते थे. 

पुलिस ने बताया कि तीनों पिछले तीन सालों से एटीएम से पैसा निकालने की घटना को अंजाम दे रहे थे. उन्होंने पिछले तीन सालों में कार्ड बदलकर खाते से पैसे निकालने के लिए 500 लोगों को अपने जाल में फंसाया है. फिलहाल पुलिस तीनों से पूछताछ में जुटी है. जिनसे कई और घटनाओं का खुलासा होने की उम्मीद है. 

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