CM बघेल के यूपी दौरे पर रमन सिंह को सताई चिंता, बोले-अब छत्तीसगढ़ का क्या होगा
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CM बघेल के यूपी दौरे पर रमन सिंह को सताई चिंता, बोले-अब छत्तीसगढ़ का क्या होगा

रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश भर में अधिकारियों के पद स्थापना को लेकर कमीशन खोरी का खेल चल रहा है. लेकिन सीएम यूपी में व्यस्त हैं.

सीएम भूपेश बघेल और रमन सिंह

कोरबाः छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी बयानबाजी जारी है, एक दिवसीय प्रवास पर कोरबा पहुंचे पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने बघेल सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह सरकार कर्ज में डूबी हुई है, जबकि केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं को पूरा नहीं करती है. 

छत्तीसगढ़ में पीएम आवास योजना की स्थिति बदतर है
रमन सिंह ने कहा कि ''छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना की स्थिति बद से बदतर है. प्रदेश में वर्ष 2020-21 में लगभग 7 लाख से भी अधिक प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति प्राप्त हुई थी. जिसमें केंद्र सरकार को 60 प्रतिशत और राज्य सरकार को 40  राशि देना था. केंद्र सरकार द्वारा राशि तो दे दी गई मगर राज्य सरकार द्वारा अपने हिस्से की राशि भी नहीं दे पाई. यही कारण है प्रदेश में आज भी लोग पक्के आवासों के लिए महरूम है.''

रेत के दाम आसमान पर पहुंच गए 
''इसी तरह रेडी टू ईट मामले पर निशाना साधते हुए प्रदेश के लगभग 20 हजार स्व सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार से पृथक होने की बात कही है. उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमीशन खोरी के कारण आज छत्तीसगढ़ में 20 हजार से भी अधिक महिलाएं बेरोजगार हो गए हैं और पूरे प्रदेश में धरना दे रही हैं.'' मुख्यमंत्री की गलत नीति के कारण पूरे प्रदेश भर में करप्शन चरम सीमा पर है. यही कारण है प्रदेश में लोगों की स्थिति दिन प्रतिदिन बदतर होती जा रही है. प्रदेश में भू माफियाओं का राज है और रेत तस्करी के लिए प्रदेश सरकार पूरे छत्तीसगढ़ में संरक्षण दे रही है. रेत के मूल्य आसमान पर पहुंच चुके हैं. आम लोगों को इस कारण से घर बनाने में दिक्कतें भी हो रही है.''

रमन सिंह ने कहा कि ''प्रदेश भर में अधिकारियों के पद स्थापना को लेकर कमीशन खोरी का खेल चल रहा है. प्रदेश में कलेक्टर एवं एसपी की पोस्टिंग के लिए बोलियां लग रही है जिसकी चर्चा ठेले एवं गुमटियों में आम तौर पर हो रही है.''

यूपी में व्यस्त हैं सीएम बघेल 
''मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज कसते रमन सिंह ने कहा कि ''वे उत्तर प्रदेश के चुनाव में व्यस्त हैं. उन्हें छत्तीसगढ़ की जनता से कोई सरोकार नहीं है. चुनाव खत्म होने के बाद छत्तीसगढ़ के जनता की ओर शायद ध्यान आकर्षित हो. प्रदेश में किसानों की हितैषी बनने वाली सरकार आज बारदाना उपलब्ध कराने में भी असमर्थ है. किसानों को खुद बारदाने लाने मजबूर किया जा रहा हैं. प्रदेश में पुराने धान रखरखाव के अभाव में सढ़ रहे हैं जिससे राज्य सरकार को आर्थिक क्षति भी हो रही है.''

पूर्व सीएम ने कहा कि ''केंद्र सरकार द्वारा 21 लाख मीट्रिक टन चावल लेने के तैयार है, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार धान को संरक्षित नहीं कर पा रही है चावल कहां दे पाएगी. छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा-गरवा घुरवा-बाड़ी पर तंज कसते डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि ना कहीं नरवा है ना कहीं घुरूवा है और गरवा (गाय) भी नेशनल हाईवे पर दिख रहे हैं. प्रदेश सरकार के मंत्रियों पर तुष्टीकरण आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्रियों द्वारा तुष्टिकरण की राजनीति की जा रही हैं. यही कारण है छत्तीसगढ़ आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. पूरे प्रदेश में बदहाली जैसी स्थिति निर्मित हो गई है और सरकार का कोष खाली होता जा रहा है. प्रदेश सरकार के इस रवैया के कारण छत्तीसगढ़ को दिवालिया होने से कोई नहीं रोक सकता.''

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