CM शिवराज ने दी सौगात, इस दिन रवाना होगी तीर्थ दर्शन योजना की पहली ट्रेन
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CM शिवराज ने दी सौगात, इस दिन रवाना होगी तीर्थ दर्शन योजना की पहली ट्रेन

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत इस साल की पहली ट्रेन 19 अप्रैल को भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से रवाना होगी. इस यात्रा में यात्रियों को वाराणसी में विश्वनाथ के दर्शन के साथ संत रविदास और संत कबीर दास के जन्म स्थल के दर्शन कराए जाएंगे.

CM शिवराज ने दी सौगात, इस दिन रवाना होगी तीर्थ दर्शन योजना की पहली ट्रेन

भोपाल: शिवराज सरकार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शुरू कर दी है. इस योजना के तहत पहली ट्रेन 19 अप्रैल को भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से रवाना होगी. मुख्यमंत्री इस दिन स्टेशन पहुंचकर बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों से भेंट करेंगे और उन्हें रवाना करेंगे. सीएम शिवराज ने शनिवार को तीर्थ दर्शन स्पेशल ट्रेन की तैयारियों की समीक्षा की. योजना के संचालन के लिए आईआरसीटीसी (IRCTC) को एजेंसी बनाया गया है.

सीएम ने की समीक्षा बैठक
शनिवार को सीएम हाउस में हुई समीझा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बुजुर्गों के जीवन काल में एक बार किसी बड़े तीर्थ-स्थान की यात्रा के स्वप्न को मध्य प्रदेश सरकार ने साकार करने का कार्य किया है. मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना को पूरी तैयारियों के साथ फिर प्रारंभ किया जा रहा है. संबंधित विभाग और एजेंसियां तीर्थ-यात्रियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करें.

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19 अप्रैल‌‌‌‌ को रवाना होगी ट्रेन
19 अप्रैल‌‌‌‌ को तीर्थयात्रा के लिए इस साल की पहली ट्रेन भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से रवाना होगा. इस यात्रा में यात्रियों को वाराणसी में विश्वनाथ के दर्शन के साथ संत रविदास और संत कबीर दास के जन्म स्थल के दर्शन कराए जाएंगे. इसमें भोपाल से 617, विदिशा, रायसेन और सीहोर से 51-51, सागर से 102, दमोह और टीकमगढ़ से 51-51 यात्री सवार होंगे. यानि कुल मिलाकर 974 इस सफर में जाएंगे. तीर्थयात्रियों को रेलवे स्टेशन लाने और वापस छोड़ने की व्यवस्था कलेक्टर करेंगे. इनकी वापसी 22 अप्रैल को होगी.

दो तरह से हुआ तीर्थ स्थल का चयन
बैठक में बताया गया कि सरकार ने दो तरह से तर्थ स्थानों का चयन किया है. इसमें एकल तीर्थ स्थान और दोहरे तीर्थ स्थान हैं.

एकल तीर्थ स्थान
श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री जगन्नाथपुरी, श्री द्वारकापुरी, हरिद्वार, अमरनाथ, वैष्णोदेवी, शिर्डी, तिरूपति, अजमेर शरीफ, काशी (वाराणसी), गया, अमृतसर, रामेश्वरम, सम्मेद शिखर, श्रवणबेलगोला, वेलांगणी चर्च (नागापटटनम तमिलनाडू), गंगा सागर, कामाख्या देवी, गिरनार जी, पटना साहिब, तख्त सचखंड हजूर साहिब (नांदेड़), केशगढ़ साहिब (आनंदपुर पंजाब), दमदमा साहिब (बटिंडा पंजाब), पोंटा साहिब (सिरमौर हिमाचल प्रदेश), मणिकर्ण (हिमाचल प्रदेश), रामदेवरा, जेसलमेर (राजस्थान), उज्जैन, श्रीरामराजा मंदिर, ओरछा, चित्रकूट, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मुडवरा, करतारपुर साहिब (पाकिस्तान), अयोध्या (उ.प्र.), संत बालानाथ जी महाराज की जन्म एवं निर्वाण स्थली ग्राम मंडावरी, जिला दौसा (राजस्थान)

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दोहरे तीर्थ स्थान
रामेश्वरम-मदुरई, तिरूपति श्रीकालहस्ती, द्वारका–सोमनाथ, पुरी-गंगासागर, हरिद्वार-ऋषिकेश, अमृतसर-वैष्णोदेवी, काशी–गया, काशी-अयोध्या

अब तक 7 लाख यात्रियों ने किया सफर
बैठक में बताया गया कि इस योजना के तहत साल 2012 से 2020 तक 7 लाख 43 हजार से अधिक लोगों को यात्रा कराई जा चुकी है. अब तर प्रदेश में कुल 743 ट्रेनों का संचालन किया गया है. इसमें सरकार की ओर से यात्रियों को आवास, चाय, नाश्ता, भोजन के साथ, फलाहार की व्यवस्था भी कराई जाती है. वहीं 1 चिकित्सक एवं सहायक (दवाइयों सहित )की व्यवस्था भी पहती है. पैकेज में ऑन बोर्ड एवं ऑफ बोर्ड पर भोजन, सड़क परिवहन बजट, आवास टूर सम्मिलित हैं.

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