Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि में 21 लाख दीपों से रोशन होगी महाकाल की नगरी, बनेगा ये वर्ल्ड रिकॉर्ड
Shiv Jyoti Aparnam Mahashivratri 2023: इस साल की महाशिवरात्रि पर महाकाल की नगरी में भव्य आयोजन होगा.जिसमें उज्जैन में 21 लाख दीप जलाए जाएंगे.आज सीएम शिवराज ने `शिव ज्योति अपर्णम् 2023` की तैयारियों की समीक्षा की.
Ujjain Mahashivratri Shiv Jyoti Aparnam 2023: महाकाल नगरी उज्जैन में इन दिनों महा शिवरात्रि पर्व की तैयारी जोरों पर है. उज्जैन में 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व दीपावली की तरह मनाया जाएगा. महाशिवरात्रि पर उज्जैन में 21 लाख दीपों से रोशन होगा. बता दें कि सीएम शिवराज ने 18 फरवरी महाशिवरात्रि पर 21 लाख दीपों प्रज्ज्वलन के महाअभियान की तैयारियों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में हुई बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव सुखबीर सिंह, संचालक संस्कृति तथा संस्कृति विभाग के अधिकारी सम्मिलित हुए. वहीं उज्जैन से उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, कमिश्नर, कलेक्टर तथा अन्य अधिकारी वर्चुअली जुड़े.
जीरो वेस्ट के सिद्धांत पर होगा आयोजन
महाशिवरात्रि दीपोत्सव को "शिव ज्योति अपर्णम् 2023 का नाम दिया गया है.पर्व पर 21 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड बनाया जाएगा. इससे पहले उज्जैन में वर्ष 2022 में महाशिवरात्रि पर 11 लाख 71 हजार 78 दीये प्रज्ज्वलित करने का विश्व रिकार्ड बनाया गया था. इसके बाद अयोध्या में वर्ष 2022 में ही दीपावली पर 15 लाख 76 हजार दीये प्रज्ज्वलित कर नया विश्व रिकार्ड बनाया गया था. बता दें कि उज्जैन में महाशिवरात्रि पर 21 लाख दीये प्रज्ज्वलित करने की योजना है. यह संपूर्ण आयोजन जीरो वेस्ट के सिद्धांत पर होगा. मंदिर, घाट और शहर के प्रमुख स्थलों पर होगी साज-सज्जा उज्जैन में शिव ज्योति अपर्णम् में क्षिप्रा नदी के घाटों सहित शहर के मंदिर, समस्त व्यावसायिक स्थल और घर-घर में दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे.
बता दें कि विद्युत साज-सज्जा के साथ प्रमुख स्थानों पर रंगोली और साज-सज्जा के अन्य उपक्रम भी होंगे. क्षिप्रा नदी के तट पर केदारेश्वर घाट पर 3 लाख 10 हजार, सुनहरी घाट पर 1 लाख 75 हजार, दत्त अखाड़ा पर 4 लाख 50 हजार, राम घाट से बंबई धर्मशाला पर 2 लाख 50 हजार, बंबई धर्मशाला से नरसिंह मंदिर तक 3 लाख 75 हजार और भूखी माता मंदिर की ओर माली घाट पर 4 लाख 75 हजार दीप प्रज्ज्वलित करने की योजना है. इस कार्य में लगभग 20 हजार स्वयं-सेवकों की भागीदारी होगी.