लोगों द्वारा मुर्दाबाद और वापस जाओ का नारा सुनते ही सांसद गणेश सिंह को काफी गुस्सा आ गया और गुस्से में उन्होंने मंच से ही गांव वालों को सरकारी योजनाओं की सुविधा ना देने की धमकी दे डाली.
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सतनाः मध्य प्रदेश के सतना जिले में गुरुवार को सांसद गणेश सिंह द्वारा लोगों तक सरकारी योजनाओं की सुविधा न पहुंचने देने की धमकी का मामला सामने आया है. दरअसल, सतना सांसद गणेण सिंह स्वास्थ्य केंद्र उन्नयन कार्यक्रम में शामिल होने कुंआ गांव पहुंचे थे. ऐसे में गांव में सांसद को देख एट्रोसिटी एक्ट प्रभावित लोगों ने सांसद जाओ के साथ मुर्दाबाद के नारे लगाना और काले झंडे दिखाना शुरू कर दिया. लोगों द्वारा मुर्दाबाद और वापस जाओ का नारा सुनते ही सांसद गणेश सिंह को काफी गुस्सा आ गया और गुस्से में उन्होंने मंच से ही गांव वालों को सरकारी योजनाओं की सुविधा ना देने की धमकी दे डाली. सांसद गणेश सिंह ने प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए नारे को अपना अपमान बताते हुए बहिष्कार करने की बात कही.
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दूर से ही नारेबाजी करते रहे प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों की मानें तो रात होते-होते सांसद के इशारे पर काले झंडे दिखाने वाले कुआं गांव के 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोप था की सांसद की कार रोककर विरोध और काले झंडे दिखाऐ गए, जबकि विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने सांसद की गाड़ी को रोका ही नहीं और दूर से ही नारेबाजी करते रहे. प्रदर्शनकारियों ने सांसद को काले झंडे दिखाए और वापस जाओ के नारे लगाए. विरोध प्रदर्शन को अपना अपमान समझते हुए सांसद जी ने जनता पर ही मनगढंत आरोप लगा डाले. कानून और संवैधानिक नागरिक अधिकारों के दायरे में विरोध प्रदर्शन को सत्ता के नशे में चूर जनप्रतिनिधि दफन कर जेल में ठूंस रहे हैं. गिरफ्तार आरोपियों को कल बाबूपुर पुलिस ने अदालत में पेश किया.
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गाड़ी को रोककर काले झंडे दिखाए
वहीं आरोपी पूरे मामले को साजिश बताते हुए सत्ताधारियों द्वारा आंदोलन को दबाने की बात कह रहे हैं. कुआं गांव में 6 प्रदर्शनकारियों की दुर्भावनापूर्ण गिरफ्तारी से नाराज सर्व समाज आक्रोशित हो उठा. प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के बाद बढ़ते विरोध से सांसद गणेश सिंह ने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सफाई दी और कहा कि 'अचानक मेरी गाड़ी के सामने आकर काले झंडे दिखाना, मुर्दाबाद के नारे लगाना उचित नहीं था.' सतना एसपी की माने तो काला झंडा दिखाकर मुर्दाबाद के नारे लगाना अपराध नहीं है, लेकिन वाहन के सामने आकर रास्ता रोकना अपराध की श्रेणी में आता है.