देशभर में कैश की किल्लत के चलते लोग एटीएम के चक्कर लगाने को मजबूर हैं.
Trending Photos
इंदौर: देशभर में कैश की किल्लत के चलते लोग एटीएम के चक्कर लगाने को मजबूर हैं. वहीं अब यह संकट धीरे-धीरे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के एटीएम पर ही केंद्रित होता जा रहा है. पूरे देश में एसबीआई के 59,000 से अधिक एटीएम हैं. इनमें से 5000 से ज्यादा एटीएम मध्य प्रदेश मे हैं. बताया जा रहा है कि एसबीआई काफी समय से एटीएम में डालने के लिए 2000 का नोट नहीं दे रहा था. इसके चलते ही हालात इतने बिगड़े हैं.
कैश फ्लो में है कमी
एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि बाजार में कैश फ्लो के अनुपात में करीब 70,000 करोड़ रुपए की अब भी कमी है. खबर है कि अब एसबीआई की ओर से प्रदेश के एटीएम के लिए करीब 60 फीसदी कैश दिया गया है. वहीं अर्थ विशेषज्ञों की मानें, तो लंबे समय बैंकों ने 2000 के नोट एटीएम में डालने के लिए जारी नहीं किए.
200 के नोट की बढ़ाई खपत
बैंकिंग एक्सपर्ट हिमांशु भूषण का कहना है कि 200 का नोट लांच होने के बाद बैंकों ने एटीएम में 2000 के नोट की जगह 200 के नोट की खपत बढ़ा दी थी. इसके नतीजे महीनों बाद अब कैश की कमी के रूप में सामने आने लगे हैं. वहीं उन्होंने बताया कि एटीएम में पहले 2000 के नोट की कैसेट थी. जिसे बैंकों ने 200 के नोट की कैसेट से बदलना शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि अब तक करीब 90 फीसदी एटीएम में 2000 की कैसेट को 200 से बदला जा चुका है. प्रज्ञा ने बताया कि ऐसा करने से एटीएम की कैश स्टोर क्षमता 25 फीसदी तक घट गई.
जल्द खत्म होगी समस्या- एसबीआई
आपको बता दें कि एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार का बयान आया है कि एटीएम में कैश की समस्या का कल तक समाधान हो जाएगा. उन्होंने बताया कि जिन राज्यों में नकदी की कमी है, वहां नकदी भेजी जा रही है. उन्होंने कहा की यह एक अस्थायी स्थिति है. गौरतलब है कि कल (बुधवार) ही रजनीश कुमार का बयान आया था कि स्थिति सामान्य होने में एक हफ्ते का वक्त लग सकता है.