कार्यसेवा किस तरह की जाएगी इसकी रूपरेखा तय की जा रही है. उनका कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट में मध्य प्रदेश के रघुवंशियों का प्रतिनिधित्व करने की मांग की जाएगी.
Trending Photos
पीताम्बर जोशी, होशंगाबादः भगवान श्री राम (Lord Rama) के वंशज होने का दावा करने वाले रघुवंशी अब अयोध्या (Ayodhya) में श्री रामलला के मंदिर निर्माण (Ramlala Mandir) में कार्यसेवा करेंगे. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के बीस जिलों में रघुवंशी समाज के लोग है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होते ही प्रत्येक जिले से लगभग दो हजार रघुवंशी हर महीने तीन दिन कार्यसेवा करने अयोध्या जाएंगे. प्रत्येक रघुवंशी अयोध्या जाने और कार्यसेवा तक का सारा खर्च स्वयं वहन करेगा. अखंड रघुवंशी समाज महापरिषद मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता अजीत रघुवंशी ने कार्यसेवा करने के लिए अयोध्या में परमहंस जी से सहमति ली है.
कार्यसेवा किस तरह की जाएगी इसकी रूपरेखा तय की जा रही है. उनका कहना है कि राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट में मध्य प्रदेश के रघुवंशियों का प्रतिनिधित्व करने की मांग की जाएगी. रघुवंशी समाज महापरिषद मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता अजीत रघुवंशी ने स्वयं को श्रीराम जी का वंशज होने का दावा किया है. उनका कहना है कि हमारे वंश वृक्ष में अयोध्या का उल्लेख है. इसके अलावा अयोध्या की रामगढ़ी में हमारी जमीन भी है. इसका राजस्व रिकार्ड मिल सकता है. रघुवंशी समाज भगवान राम के वंश ही हैं.
अयोध्या फैसले पर सिंधिया ने किया ट्वीट, लिखा- 'शांति और सद्भाव बनाए रखें'
इसका दावा करने के लिए दो महीने पहले मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) से पांच हजार रघुवंशी अपने वाहनों से अयोध्या गए थे. वहां कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया था. अयोध्या में जैसे ही राम मंदिर निर्माण शुरू होगा वहां कार्यसेवा के लिए जाएंगे. अयोध्या में कार्यसेवा प्रमुख से हमारी बात हुई है की मध्यप्रदेश के लगभग 20 हजार रघुवंशी श्री राम के वंशज है. मंदिर निर्माण के लिए हर जिले से लगभग दो हजार रघुवंशी प्रतिमाह अयोध्या में कार्यसेवा का मौका दें. हमारे आने जाने और सभी खर्च हम स्वयं वहन करेंगे.