Moong Kharidi Date: मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदने का ऐलान मोहन सरकार पहले ही कर चुकी है, जबकि मूंग खरीदी के लिए रजिस्ट्रेशन की तारीख भी आ चुकी थी, जबकि अब मोहन सरकार ने खरीदी की तारीख भी तय कर दी है. मोहन सरकार ने मूंग खरीदी के लिए 1 महीने से भी ज्यादा का वक्त तय किया है, मंगलवार को हुई मोहन कैबिनेट की बैठक में सरकार ने इसकी जानकारी दी है. जबकि मूंग और उड़द की फसल के लिए एमएसपी के दाम पहले ही तय हो चुके हैं. मूंग खरीदी के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आज से शुरू होने वाली है, ऐसे में जिन किसानों को अपनी मूंग बेचनी है, वह आज से शुरुआत कर सकते हैं.
मध्य प्रदेश में समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी होगी, जिसके लिए 19 जून से 6 जुलाई तक रजिट्रेशन की प्रक्रिया चलेगी, कृषि विभाग की तरफ से सरकारी पोर्टल पर भी मूंग खरीदी से जुड़ी सभी जानकारी अपलोड कर दी गई है. ताकि किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो.
मूंग खरीदी 7 जुलाई से 6 अगस्त तक चलेगी, इसका ऐलान कैबिनेट बैठक में सीएम मोहन यादव ने किया है. उन्होंने कहा कि किसान भाई 19 जून से 6 जुलाई तक पंजीयन करा सकेंगे जबकि इसके बाद 7 जुलाई से 6 अगस्त तक सभी खरीदी केंद्रों पर मूंग का उपार्जन किया जाएगा.
इससे पहले केंद्र सरकार ने मूंग का समर्थन मूल्य तय कर दिया था, मोहन सरकार इस साल 8682 प्रति क्विंटल की दर से मूंग जबकि 7400 प्रति क्विंटल की दर से उड़द की खरीदी करेगी, हालांकि उड़द की खरीदी केवल 13 जिलों में होगी. जबकि मूंग 36 जिलों में खरीदी जाएगी.
सीएम मोहन यादव ने कैबिनेट बैठक में बताया कि जिन जिलों में मूंग की खरीदी होनी हैं, वहां के कलेक्टरों को निर्देशित कर दिया गया है कि सभी खरीदी केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्थाएं होनी चाहिए, बारिश के मौसम को देखते हुए मूंग का भंडारण करने के लिए उचित व्यवस्थाएं होनी चाहिए.
सीएम मोहन यादव की तरफ से साफ निर्देश दिए गए हैं कि मूंग खरीदी का पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा, जिसमें किसानों को तौल की रसीद दी जाएगी और समय से भुगतान की प्रक्रिया भी होगी. मूंग खरीदी का रिकॉर्ड ऑनलाइन भी मिलेगा, सहकारी समितियों को भी इसके निर्देश दिए गए हैं. मूंग के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है.
किसानों को सलाह दी गई है कि वह मूंग और उड़द की फसल को अच्छी तरह से ही सुखाकर लाए. क्योंकि गीला मूंग नहीं खरीदा जाएगा, क्योंकि नमीयुक्त मूंग को नहीं खरीदने के निर्देश दिए गए हैं, खरीदी के दौरान सभी तरह की गुणवत्ताओं का ध्यान रखने के लिए कहा गया है.
बता दें कि इस बार भी एमपी में मूंग और उड़द का अच्छा उत्पादन होने की बात कही जा रही है. इस बार एमपी में 14.35 लाख हेक्टेयर में मूंग लगाई गई थी, जिससे करीब 20.23 लाख मीट्रिक टन के आसपास उत्पादन होने की संभावना है, वहीं बात अगर उड़द की जाए तो उड़द 0.95 लाख हेक्टेयर में लगी थी, जिससे उत्पादन 1.24 लाख मीट्रिक टन होने की संभावना है. सरकार की तरफ से मूंग खरीदी को लेकर सभी तरह के निर्देश प्रशासन को दे दिए हैं.
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