बता दें इससे पहले भी सर्व विभाग के करीब 1 लाख 80 हजार कर्मचारी आंदोलन कर चुके हैं, लेकिन करीब 23 दिन तक चले इस आंदोलन पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया था
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रायपुरः छत्तीसगढ़ में सरकार के आश्वसन के बीच फंसे अनियमित कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया है. सभी विभागों के लगभग डेढ़ लाख अनियमित कर्मचारियों ने शहर भर में वाहनों और दीवारों पर पोस्टर लगाते हुए नए आंदोलन की शुरुआत की है. इस आंदोलन के तहत अनियमित कर्मचारियों ने 'मेरा वोट उसको, जो नियमित करे मुझको' के पोस्टर लगाते हुए नियमितिकरण की मांग की है. बता दें इससे पहले भी सर्व विभाग के करीब 1 लाख 80 हजार कर्मचारी आंदोलन कर चुके हैं, लेकिन करीब 23 दिन तक चले इस आंदोलन पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद कर्मचारियों ने सरकार पर भेद-भाव का भी आरोप लगाया था.
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इससे पहले भी कर चुके हैं हड़ताल
बता दें इस अभियान में करीब 1 लाख 80 हजार कर्मचारी शामिल हैं. जिसके चलते कहीं न कहीं आगामी चुनावों में सरकार को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल, इससे पहले 23 दिनों तक चली हड़ताल के बाद सरकार ने अनियमित कर्मचारियों में से बर्खास्त कर्मचारियों को बहाली और जल्द से जल्द वेतन भुगतान का आश्वसन दिया था, लेकिन आश्वासन के बावजूद अब तक 20 से अधिक विभाग के हड़ताली कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. जिसके चलते अनियमित कर्मचारियों का एक बड़ा वर्ग सरकार से नाराज चल रहा है.
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23 दिनों तक चली थी हड़ताल
अनियमित कर्मचारियों की हड़ताल पर जानकारी देते हुए सर्व विभागीय अनियमित कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष अनिल देवांगन ने बताया कि इससे पहले जुलाई में अनियमित कर्मचारी वर्ग ने जो हड़ताल शुरू की थी वह 23 दिन तक चली थी. जिसमें प्रदेश के कुल 1 लाख 80 हजार कर्मचारी शामिल हुए थे. जिसके बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा आश्वसन दिये जाने पर 7 अगस्त को हड़ताल खत्म दी गई थी.