Advertisement
trendingPhotos/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2692717
photoDetails1mpcg

Chhattisgarh Assembly: क्यों कहते हैं छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया? राष्ट्रपति मुर्मू ने विधानसभा में दिया सही जवाब!


Chhattisgarh Assembly 2025: "छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया" एक लोकप्रिय नारा है, जो छत्तीसगढ़ राज्य और उसके लोगों के प्रति गर्व और प्रेम को दर्शाता है. यह नारा छत्तीसगढ़ की संस्कृति, भाषा और लोगों की मिठास को भी उजागर करता है. वहीं, इस नारे को छत्तीसगढ़ विधानसभा पहुंची देश की राष्ट्रपति मुर्मू ने सिद्ध कर दिया कि आखिर क्यों कहते हैं छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया.

President Draupadi Murmu Chhattisgarh Assembly

1/7
President Draupadi Murmu Chhattisgarh Assembly

दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ विधानसभा पहुंची. इस दौरान उन्होंने  मिनीमाता को किया याद, कहा- मेरा छत्तीसगढ़ से गहरा संबंध…मुझे गर्व है इस राज्य पर…यह विधानसभा कई मामलों में ऐतिहासिक है. 

छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया...

2/7
छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया...

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ से मुझे बहुत लगाव है. मैं यहां कई बार आ चुकी हूं. यहां के लोग काफी अच्छे हैं इसलिए छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया कहते हैं.

 

छत्तीसगढ़ देश की पहली ऐसी विधानसभा

3/7
छत्तीसगढ़ देश की पहली ऐसी विधानसभा

बता दें कि छत्तीसगढ़ देश की पहली ऐसी विधानसबा है, जहां  भारत के महामहिम राष्ट्रपति ने विधानसभा में सदस्यों को संबोधित किया.   28 जनवरी 2004 को सदस्यों को संबोधित किया था और यह पूरे भारत में पहली बार हुआ जब राष्ट्रपति ने किसी विधानसभा में सदस्यों को संबोधित किया.

 

तीसरी बार विधानसभा के सदस्यों को किया संबोधित

4/7
तीसरी बार विधानसभा के सदस्यों को किया संबोधित

इसके बाद तृतीय विधानसभा की अवधि में 24 जून 2011 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने भी सभा में सदस्यों को संबोधित किया था. वहीं, आज यह तीसरा अवसर है जब छत्तीसगढ़ विधानसभा में भारत की वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ विधानसभा में  सदस्यों को संबोधित किया. 

 

राष्ट्रपति के भाषण की बड़ी बातें

5/7
राष्ट्रपति के भाषण की बड़ी बातें

राष्ट्रपति  द्रौपदी मुर्मू ने विधानसभा में सबोधन के दौरान कहा कि आप जैसे बरगढ़, संबलपुर को छत्तीसगढ़ का हिस्सा समझते हैं, हम भी रायपुर को ओडिशा का हिस्सा समझते हैं. परिसीमन की सीमा है, लेकिन दिल की कोई दीवार नहीं है. दिल से हम सब एक. चाहे छत्तीसगढ़ हो या ओडिशा हो. 

 

पूरा विश्व खाता है छत्तीसगढ़ के चावल का प्रसाद

6/7
पूरा विश्व खाता है छत्तीसगढ़ के चावल का प्रसाद

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधानसभा में सबोधन के दौरान कहा- जगन्नाथ सिर्फ ओडिशा के नहीं हैय विश्व के हैं, छत्तीसगढ़ के हैं. मंदिर में जो 56 कोटि का चावल पकता है, वो छत्तीसगढ़ का है. जिसके प्रसाद को पूरा विश्व खाता है. 250 साल पहले गुरु घासीदास ने समाज सुधार का संकल्प लिया था उसे आज आप सबको सिद्ध करना है. श्रेष्ठ छत्तीसगढ़ का निर्माण करना है.

 

नक्सलवाद का खात्मा

7/7
नक्सलवाद का खात्मा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का खात्मा अंतिम चरण पर है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोग विकास के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहते हैं. छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं है, यहां सीमेंट, खनिज उद्योग, स्टील, एल्यूमिनियम और विद्युत उत्पादन जैसे क्षेत्रों में विकास के कई मौके हैं.

;