महादेव के बाद अब गजानंद सट्टा एप का भंडाफोड़, 600 से अधिक बैंक खाते फ्रीज, लपेटे में पार्षद!
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महादेव के बाद अब गजानंद सट्टा एप का भंडाफोड़, 600 से अधिक बैंक खाते फ्रीज, लपेटे में पार्षद!

Raipur Crime News: छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप के बाद अब गजानंद ऑनलाइन सट्टा एप का खुलासा हुआ है. पुलिस ने मुख्य आरोपी नंदलाल लालवानी और उनके बेटे गोविंद लालवानी, जो कि तिल्दा से निर्दलीय पार्षद भी हैं, को गिरफ्तार किया है.

 

गजानंद सट्टा एप का भंडाफोड़ (PC: Meta AI)
गजानंद सट्टा एप का भंडाफोड़ (PC: Meta AI)

Gajanand Satta App: छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टेबाजी की बढ़ती घटनाओं के बीच एक और बड़ा मामला सामने आया है. महादेव सट्टा एप के बाद अब गजानंद ऑनलाइन सट्टा एप का भंडाफोड़ हुआ है, जिससे राज्य में अवैध सट्टा नेटवर्क के फैलाव को लेकर चिंता और गहरी हो गई है. पुलिस ने इस एप के माध्यम से संचालित हो रहे ऑनलाइन सट्टे का संचालन करने वाले मुख्य आरोपी नंदलाल लालवानी और उनके बेटे गोविंद लालवानी को गिरफ्तार कर लिया है. इस गिरफ्तारी ने पूरे नेटवर्क के संचालन के तरीके और उसमें शामिल लोगों की भूमिकाओं को उजागर कर दिया है.

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी गोविंद लालवानी, तिल्दा के वार्ड संख्या 3 से निर्दलीय पार्षद भी है. यानी एक तरफ वह जनप्रतिनिधि की भूमिका में था, तो दूसरी तरफ अवैध ऑनलाइन सट्टा नेटवर्क का संचालन कर रहा था. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी पिता-पुत्र की जोड़ी ने गजानंद एप के माध्यम से करोड़ों रुपये का सट्टा कारोबार खड़ा किया. सट्टा के लेनदेन में 600 से अधिक बैंक खातों का उपयोग किया गया, जिन्हें अब फ्रीज कर दिया गया है. इससे यह स्पष्ट होता है कि इस नेटवर्क का दायरा काफी बड़ा था और इसके जरिए भारी मात्रा में काले धन का संचालन किया जा रहा था.

फर्जी पहचान से सट्टा कारोबार
जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी नंदलाल लालवानी ने कई लोगों के आधार कार्ड अपने कब्जे में रखकर, उनके नाम पर फर्जी मोबाइल नंबर जारी करवाए और उन्हीं नंबरों के जरिए गजानंद एप का संचालन किया. पुलिस ने इनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन और दो आधार कार्ड जब्त किए हैं. जब्त मोबाइलों के तकनीकी जांच से यह पुष्टि हुई कि गोविंद लालवानी की भी सक्रिय संलिप्तता थी. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपराध कबूल कर लिया है और सट्टा एप के संचालन की पूरी रूपरेखा उजागर कर दी है.

संपत्ति की जांच में जुटी पुलिस
कीर्तन राठौर, ASP ग्रामीण ने बताया कि गजानंद एप के जरिए अर्जित धन से पिता-पुत्र ने फार्म हाउस और करोड़ों की जमीनें खरीदी हैं, जिसकी जांच पुलिस अब शुरू कर चुकी है. पुलिस की माने तो यह केवल एक एप नहीं बल्कि एक संगठित आर्थिक अपराध का जाल है, जिसकी जड़ें और गहरी हो सकती हैं. इस पूरे मामले की निगरानी कर रहे ASP कीर्तन राठौर ने बताया कि  आने वाले दिनों में और भी लोगों की गिरफ्तारी संभव है. यह मामला छत्तीसगढ़ में सट्टा कारोबार के बढ़ते प्रभाव और उसमें राजनीतिक व आर्थिक ताकतों की संलिप्तता की एक और परत खोलता है. (रिपोर्टः राजेश निषाद, रायपुर)

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