विवाद, हेकड़ी और तबादला: अब तक कुछ ऐसा करियर रहा है IAS रणबीर शर्मा का
Advertisement

विवाद, हेकड़ी और तबादला: अब तक कुछ ऐसा करियर रहा है IAS रणबीर शर्मा का

रणबीर शर्मा 2015 में जब कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर में एसडीएम के रूप में तैनात थे, तब उन्हें एक पटवारी से 10 हजार रुपए लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया था. 

विवाद, हेकड़ी और तबादला: अब तक कुछ ऐसा करियर रहा है IAS रणबीर शर्मा का

नई दिल्ली. नवयुवक को थप्पड़ मारने वाले छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के कलेक्टर रणबीर शर्मा को मुख्यमंत्री बघेल के आदेश के बाद हटा दिया गया है. उनके स्थान पर गौरव कुमार सिंह को कलेक्टर नियुक्त किया गया है. जबकि रणबीर शर्मा को मंत्रालय में संयुक्त सचिव के तौर पर स्थानांतरित किया गया है. इस घटना के बाद से कलेक्टर रणबीर सुर्खियों में बने हुए हैं. इससे पहले भी उन पर कई मामलों में कार्रवाई हो चुकी है. 

सूरजपुर DM ने नवयुवक का तोड़ था मोबाइल, CM बोले नया फोन देंगे

दरअसल, 2012 बैच के IAS रणबीर शर्मा 2015 में जब कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर में एसडीएम के रूप में तैनात थे, तब उन्हें एक पटवारी से 10 हजार रुपए लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया था. जिसके बाद एंटी ब्यूरो की जांच कमेटी के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था. यहां से इन्हें राजधानी रायपुर में अवर सचिव मंत्रालय के रूप में स्थानांतरित किया गया था.

जानकारी के मुताबिक उस वक्त रणबीर शर्मा ने एक जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में जांच रोकने और कार्रवाई नहीं करने के लिए पटवारी से घूस मांगी थी. जिसके बाद पटवारी सुधीर लकड़ा ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत कर दी थी.

किल कोरोना अभियान की आड़ में नर्स कर रही धर्म का प्रचार, पर्चे के माध्यम से समझा रही प्रभु यीशु की प्रार्थना करो

शिकायत के बाद एंटी ब्यूरो करप्शन की टीम एक्टिव हो गई थी और रणनीति के तहत एसडीएम रणबीर शर्मा को उनके चेंबर में घूस लेते पकड़ लिया था. वहीं, उन्होंने कथित ‘आदमखोर’ भालू को मारने का भी एक ग़ैरक़ानूनी आदेश दिया था. इस मामले में भी उन पर कार्रवाई की गई थी. 

WATCH LIVE TV

Trending news