कौन था गैंगस्टर अमन साहू, छत्तीसगढ़ से झारखंड तक एक्टिव थी जिसकी गैंग, कैसे हुआ एनकाउंटर
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कौन था गैंगस्टर अमन साहू, छत्तीसगढ़ से झारखंड तक एक्टिव थी जिसकी गैंग, कैसे हुआ एनकाउंटर

Aman Sahu News: छत्तीसगढ़ से लेकर झारखंड तक में चर्चा में रहने वाले गैंगस्टर अमन साहू का पलामू में एनकाउंटर हो गया है, कौन था यह गैंगस्टर जो तेजी से अपराध की दुनिया में आगे बढ़ा था.

अमन साहू का झारखंड में हुआ एनकाउंटर

Who is Gangster Aman Sahu: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का एनकाउंटर हो गया है, जिसकी गैंग छत्तीसगढ़ में भी एक्टिव थी, उस पर छत्तीसगढ़ में भी कई मामले दर्ज थे. सोमवार को उसे रायपुर की सेंट्रल जेल से झारखंड ले जाया गया था, लेकिन मंगलवार की सुबह जानकारी आई है कि झारखंड के पलामू में अमन साहू का एनकाउंटर हो गया है. पुलिस के मुताबिक जीप पलटने के बाद भागने के चक्कर में उसे ढेर किया गया है. ऐसे में अपराध की दुनिया में तेजी से सीढ़ियां चढ़ रहा यह कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू एक बार फिर चर्चा में आ गया है. क्योंकि इसकी गैंग में कई लड़के शामिल थे, जबकि इसका संबंध लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी माना जाता है. अमन साहू हाल ही में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव भी लड़ना चाहता था, हालांकि हाईकोर्ट ने उसे चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी थी. 

कौन था गैंगस्टर अमन साहू

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमन साहू मूल रूप से झारखंड के रांची में आने वाले छोटे से गांव मतबे का रहने वाला था. जिस पर छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा समेत कई राज्यों में 150 से ज्यादा मामले दर्ज थे. पहले वह झारखंड की सरायकेला जेल में बंद था, लेकिन जब जेल से भी उसकी गैंग तेजी से अपराधों को अंजाम दे रही थी तो उसे छत्तीसगढ़ की रायपुर सेंट्रल जेल में भेज दिया गया था. लेकिन यहां से भी वह अपनी गैंग को चलाता था. अमन साहू एक आपराधिक मामले में 6 साल की सजा सुनाई गई थी, जबकि एक और मामले में उसे तीन साल की सजा सुनाई गई थी. जहां वह जेल में अपनी सजा काट तो रहा था, लेकिन अपराध की दुनिया में भी तेजी सेआगे बढ़ रहा था. 

दिलचस्प है अमन साहू की कहानी 

रांची के एक छोटे से कस्बे के लड़के अमन साहू के गैंगस्टर बनने की कहानी दिलचस्प है, कभी रांची तक ही सीमित रहने वाला कम उम्र का यह लड़का धीरे-धीरे विदेशों में भी सक्रिए माना जाता था. 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद आम लड़कों की तरह उसने कुछ डिप्लोमा किए और एक मोबाइल की दुकान खोली थी, इसी दौरान धीरे-धीरे उसका अपराधियों के साथ उठना बैठना शुरू हुआ और देखते ही देखते उसे जुर्म का रास्ता अच्छा लगने लगा और वह खुद भी जुर्म की दुनिया में एक्टिव हो गया. मीडिया रिपोर्ट में अमन साहू के बारे में छपी जानकारियों के मुताबिक 2013 में वह पूरी तरह से अपराध की दुनिया में उतर आया था और उसने अपनी गैंग बनाई थी. माना जाता है कि उसने अपने साथियों के साथ व्यापारी और बिल्डर्स को धमकाना शुरू किया और एक्सटोरशन का धंधा शुरू कर दिया था. 

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लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संबंध के साथ बड़ा था उसका नेटवर्क 

अमन साहू की गैंग का नेटवर्क बड़ा माना जाता है, लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संबंध के अलावा दावा किया जाता है कि वह झारखंड और छत्तीसगढ़ के कई जिलों में अपना नेटवर्क फैला चुका था. उसकी रडार पर बड़े आदमी रहते थे, क्योंकि झारखंड के कोयलांचल इलाके में वह दहशत का नाम बन चुका था. 2019 में उसे उसे गिरफ्तार किया गया था. लेकिन 29 सितबर को वह पुलिस की कैद से फरार हो गया था. लेकिन बाद में उसे साल 2022 में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था. जब उसे रायपुर लाया गया था तब 30 से ज्यादा पुलिस के जवान उसे कड़ी सुरक्षा में लेकर पहुंचे थे.  

झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता था 

अमन साहू 2024 में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चाहता था, उसने जेल से ही झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत न्यायालय से मांगी थी. हालांकि हाईकोर्ट ने उसे चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी थी. झारखंड हाईकोर्ट और छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट दोनों की तरफ से उसकी चुनाव लड़ने वाली याचिका को खारिज कर दिया गया था. अमन साहू का नाम नक्सलवाद से भी जुड़ा था, बताया जाता है कि एक वक्त वह कुख्यात नक्सली भी था, लेकिन बाद में उसे अपनी खुद की गैंग बना ली थी और वह चकाचौंद की दुनिया में उतर आया था. 

सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती थी गैंग 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अमन साहू और उसकी गैंग के नाम से कई पेज बने हुए थे, जिसमें अमन साहू की कई तस्वीरें खतरनाक हथियारों के साथ थी, जिसमें वह अलग-अलग पोज देता हुए दिखाई देता था. अमन साहू को जब भी पुलिस किसी एक जेल से दूसरे जेल में ले जाती थी, तब उसे हाई प्रोटेक्शन के साथ ले जाया जाता था. हालांकि मंगलवार को पलामू में जीप पलटने के बाद वह पुलिस के हथियार लेकर भागने लगा और पुलिस ने उसे रोका थो फायरिंग कर दी, जिसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में यह गैंगस्टर ढेर हो गया. 

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