'बिच्छू' वाले कमेंट पर बीजेपी-कांग्रेस में ठनी, जावड़ेकर ने याद दिलाया राजीव गांधी का बयान
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'बिच्छू' वाले कमेंट पर बीजेपी-कांग्रेस में ठनी, जावड़ेकर ने याद दिलाया राजीव गांधी का बयान

जावड़ेकर ने कहा, ‘जब छत्तीसगढ़ का गठन हुआ राज्य में कांग्रेस सत्ता में थी. नक्सलवाद अपने चरम पर था. नक्सलवादियों के नियंत्रण वाला क्षेत्र पहले के मुकाबले घटकर एक तिहाई रह गया है.’

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर.

रायपुर: केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री और शिव लिंग पर कांग्रेस नेता शशि थरूर का बयान पार्टी की मानसिकता को दर्शाता है जो 1984 में चुनावों के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा विपक्ष को ‘बिच्छू’ कहे जाने से स्पष्ट हो गई थी. उन्होंने कांग्रेस पर परोक्ष रूप से माओवादियों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र और छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार आने वाले कुछ वर्षों में नक्सलवाद की समस्या को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. गौरतलब है कि राज्य में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं.

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इस संबंध में टिप्पणी के लिए कांग्रेस का कोई नेता उपलब्ध नहीं हो सका. संवाददाता सम्मेलन में जावड़ेकर ने कहा, ‘जब छत्तीसगढ़ का गठन हुआ राज्य में कांग्रेस सत्ता में थी. नक्सलवाद अपने चरम पर था. नक्सलवादियों के नियंत्रण वाला क्षेत्र पहले के मुकाबले घटकर एक तिहाई रह गया है.’

जावड़ेकर ने शनिवार को थरूर द्वारा दिए गए उस तथा-कथित बयान की आलोचना की जिसमें थरूर ने दावा किया था कि आरएसएस के एक सूत्र ने किसी पत्रकार से कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शिव लिंग पर बैठे उस बिच्छू की तरह हैं जिन्हें न तो हाथ से हटाया जा सकता है और न हीं चप्पल से मारा जा सकता है.’

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टिप्पणी के बारे में सवाल करने पर जावड़ेकर ने कहा, ‘‘कांग्रेस कयास लगा रही है कि राजनीतिक स्तर पर मोदी का मुकाबला कैसे करें, इसलिए वह अपमान करने पर उतर आयी है. राहुल बाबा रोज-रोज अपमान करते हैं. लोग वही करेंगे जो उन्हें आता है. शशि थरूर थोड़े सभ्य हैं लेकिन वह भी बिच्छू वाली टिप्पणी पर आ गए हैं.’ उन्होंने कहा, ‘1984 में कांग्रेस का विज्ञापन था. राजीव गांधी 1984 के चुनावों में विपक्ष को बिच्छू कहने वाला विज्ञापन लेकर आए थे. यह कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है.’

क्या कहा था शशि थरूर ने?
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने दावा किया है कि आरएसएस के एक नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना ‘‘शिवलिंग पर बैठे एक बिच्छू’’ से की है. इस दावे को लेकर कांग्रेस नेता रविवार को एक नये विवाद में फंस गये. बेंगलुरू लिटरेचर फेस्टिवल में दिये गये बयान की केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद समेत कई नेताओं ने निंदा की है. सांसद ने ट्वीट करते हुए कहा कि उनके द्वारा यह बयान नहीं दिया गया है बल्कि यह छह साल पहले से सार्वजनिक क्षेत्र में है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रसाद ने इस बयान की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि थरूर ने भगवान शिव का अपमान किया है और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए.

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फेस्टिवल में अपने भाषण में थरूर ने कथित रूप से कहा, ‘संघ के एक अनाम सूत्र ने एक पत्रकार से बातचीत में असाधारण उपमा का इस्तेमाल करते हुए, जिसे मैंने उद्धृत किया है, मोदी को रोकने में अपनी असमर्थता के साथ निराशा जाहिर की थी.’ उन्होंने कहा, ‘उस व्यक्ति का कहना था कि मोदी शिवलिंग पर बैठे उस बिच्छू की तरह हैं, जिसे न तो हाथ से हटाया जा सकता है और न ही चप्पल से मारा जा सकता है.’

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कांग्रेस नेता ने कहा कि यह रिश्ते की एक बेहद स्पष्ट समझ पेश करता है. उन्होंने कहा, ‘क्योंकि आप अपने हाथ से बिच्छू को हटाते हैं, तो वह आपको बुरी तरह से डंक मार मारेगा. यदि आप चप्पल शिवलिंग पर मारते हैं, तो आप आस्था के सभी पवित्र सिद्धांतों को कमजोर कर देंगे.’ प्रसाद ने इन बयानों के लिए थरूर पर निशाना साधा और राहुल गांधी से पूछा कि क्या वह अपनी पार्टी के नेता के बयान का समर्थन करते है.

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उन्होंने दिल्ली में पत्रकारों से कहा, ‘कांग्रेस महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की विरासत का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है. आज राहुल गांधी की अध्यक्षता में वह अपशब्द कहने और बहस के निम्नतम स्तर पर चली गई है.’

उन्होंने कहा कि हालांकि वह थरूर के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करना चाहेंगे, लेकिन वह शिवभक्त होने का दावा करने वाले राहुल गांधी से इस मुद्दे पर उनका रूख जानना चाहेंगे.

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