उमंग सिंघार ने आदिवासियों के साथ अत्याचार किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सागर जिले के गोपालपुरा में वन विभाग ने उन आदिवासी परिवारों की फसल पर जेसीबी चला दी, जो पिछले 50 वर्षों से अपनी पुश्तैनी जमीन पर खेती कर रहे हैं. महिलाएं और बच्चे रोते रहे, बुजुर्ग गिड़गिड़ाते रहे, मगर प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी.
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मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्य में आदिवासियों के साथ अत्याचार किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सागर में वर्षों से काबिज आदिवासियों की जमीन पर जेसीबी चला दी है. उमंग सिंघार ने कहा है कि सागर जिले के गोपालपुरा में वन विभाग ने उन आदिवासी परिवारों की फसल पर जेसीबी चला दी, जो पिछले 50 वर्षों से अपनी पुश्तैनी जमीन पर खेती कर रहे हैं. महिलाएं और बच्चे रोते रहे, बुजुर्ग गिड़गिड़ाते रहे, मगर प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. क्या भाजपा सरकार अब विकास की जगह विनाश को अपना चेहरा बना चुकी है?
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का आरोप है कि आदिवासियों की जमीन पर बुलडोजर चलाने वाली यह सरकार दरअसल कॉर्पोरेटों के हितों की चैकीदार बन चुकी है. आदिवासियों को मिले वनाधिकार कानून की धज्जियां उड़ाकर जनता के हक पर जबरन कब्जा करने वाली यह सोच बताती है कि सरकार को जंगल चाहिए, लेकिन उनमें रहने वाले आदिवासी नहीं. यह मानसिकता न 'विकास' की है, न 'विचार' की, यह सत्ता के अहंकार की पराकाष्ठा है.
आदिवासी समाज के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं: उमंग सिंघार
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने चेतावनी वाले अंदाज में कहा है कि आदिवासी समाज के साथ अन्याय किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम उनकी आवाज हर मंच पर उठाएंगे, ताकि सत्ता के गलियारों तक उनकी पीड़ा की गूंज पहुंचे. राज्य में कांग्रेस लगातार किसान, युवा, महिला, आदिवासी, और अनुसूचित जनजाति पर हो रहे अत्याचारों के मामले को उठा रही है.
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ताजा मामला सागर जिले का है और कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है. पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष ने उज्जैन में किसानों की जमीन का मामला उठाया था और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए. आगामी समय में राज्य का विधानसभा सत्र भी होने वाला है. कांग्रेस इन सभी मुद्दों को इस सत्र में उठाने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस का इन दिनों पचमढ़ी में शिविर चल रहा है, जिसमें भी इन मसलों पर चर्चा संभावित है. (इनपुट- न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस)