कांग्रेसी दिग्गज को धूल चटाने वाले इस आदिवासी नेता को शिवराज कैबिनेट में शामिल करने की उठी मांग
Advertisement

कांग्रेसी दिग्गज को धूल चटाने वाले इस आदिवासी नेता को शिवराज कैबिनेट में शामिल करने की उठी मांग

बीजेपी विधायक सीताराम आदिवासी के समर्थकों ने उन्हें मंत्री बनाए जाने की मांग की है. समर्थकों ने चेतावनी दी है कि अगर उनके विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया तो इसे आदिवासियों की अनदेखी माना जाएगा. 

बीजेपी विधायक सीताराम आदिवासी( फाइल फोटो)

श्योपुरः 3 जनवरी को शिवराज कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है. लिहाजा मंत्री पद के दावेदार विधायकों ने मंत्री बनने के लिए जोर आजमाइश शुरू कर दी है. इस बीच कुछ विधायकों के समर्थकों ने भी उन्हें मंत्री बनाए जाने की मांग उठाई है. श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक सीताराम आदिवासी के समर्थकों ने उन्हें मंत्री बनाए जाने की अपील सीएम शिवराज से की है. बीजेपी विधायक के समर्थकों का कहना है कि मंत्रिमंडल में सहरिया आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व बढ़ाए जाने के लिए सीताराम आदिवासी को मंत्री बनाया जाए. 

समर्थकों ने दी सीएम शिवराज को चेतावनी 
सहरिया आदिवासी समाज के लोगों ने विधायक सीताराम आदिवासी को मंत्रिमंडल में जगह देकर श्योपुर के आदिवासी विकासखंड को सम्मान देने की अर्जी लगाई. सहरिया समाज के लोगों ने बीजेपी संगठन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक अपना संदेश पहुचाने के लिए रैली निकाली. इन लोगों ने विधायक सीताराम आदिवासी को शिवराज सरकार में मंत्री नहीं बनाये जाने पर सख्त चेतावनी दी है कि अगर उनके विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया तो इसे आदिवासियों की अनदेखी माना जाएगा. 

ये भी पढ़ेंः शिवराज कैबिनेट का विस्तारः सिंधिया समर्थकों को जगह मिलनी तय, ये नाम भी रेस में हैं शामिल

सहरिया समाज को नहीं मिला मंत्री 
सहरिया समाज के लोगों का कहना है 15 सालों से मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और अभी तक श्योपुर से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया गया है. इस बार आदिवासी समाज की मांग है की श्योपुर से विधायक सीताराम को मंत्री बनाया ही जाना चाहिए. इन लोगों ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्वालियर-चंबल अंचल के सभी जिलों के किसी न किसी विधायक को मंत्री बनाकर सरकार में प्रतिनिधित्व दिया गया है. इस वक्त ग्वालियर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी,गुना, दतिया से शिवराज सरकार में मंत्री हैं, लेकिन श्योपुर जिले के विधायक को मंत्री नहीं बनाया है. सहरिया समाज के आदिवासियों ने अपने लिखे पोस्टरों में लिखा कि सीताराम आदिवासी मंत्री नहीं तो वोट नहीं, अगर ऐसा नहीं किया गया श्योपुर जिले में सहरिया समाज के लोग ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत के चुनावों का बहिष्कार करने को मजबूर हो जाएंगे. 

कौन हैं सीताराम आदिवासी 
सहरिया समाज के आने वाले सीताराम आदिवासी श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने लगातार पांच बार चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत को चुनाव हराया था. सीताराम श्योपुर जिले में बीजेपी का बड़ा चेहरा माने जाते हैं. जबकि श्योपुर जिला सहरिया आदिवासी बाहुल्य माना जाता है. यही वजह है कि सीताराम आदिवासी के समर्थक उन्हें मंत्री बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. 

ये भी पढ़ेंः कैबिनेट विस्तार पर कांग्रेस बोली- सिंधिया के हाथ में शिवराज सरकार का रिमोट, BJP ने दिया ये जवाब

अफसरों से बोले CM शिवराज- जनता ही हमारी भगवान, मंत्रियों की लीडरशिप में करें काम

WATCH LIVE TV

Trending news