ग्वालियर: सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने गई प्रशासन की टीम पर पथराव किया गया है. घटना महल गांव स्थित करौली माता मंदिर के पास की है. एंटी माफिया अभियान के तहत प्रशासन की टीम यहां एक बीघा जमीन पर कब्जे को मुक्त कराने पहुंची थी, जैसे ही टीम ने सर्वे नंबर 937 के कब्जे को जमींदोज किया तो वहां रहने वाला वृद्ध जसवंत सिंह अपना आपा खो बैठा और उसने टीम पर पत्थरों से हमला बोल दिया. 


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हंगामा करने वाले बुजुर्ग ने क्या कहा ?
इसके बाद उसने प्रशासनिक अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी भी सुनाई. हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद वृद्ध को काबू में किया गया. वृद्ध जसवंत सिंह का कहना है कि उनका मामला न्यायालय में विचाराधीन है. ऐसे में प्रशासन द्वारा बिना कोई नोटिस दिए की जा रही यह कार्रवाई किसी तानाशाही से कम नहीं है. ऐसे में इस मामले को वो अलग से न्यायालय में लेकर जाएंगे, ताकि दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सके. 


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अधिकारियों ने दी ये चेतावनी
मौके पर मौजूद एसडीएम अनिल बनवारी द्वारा स्पष्ट किया गया है कि एंटी माफिया अभियान के तहत प्रशासन सख्त रवैया पर आ गया है. ऐसे में प्रशासन के कार्य में बाधा डालने वालों के खिलाफ अलग से वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. 


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क्या है पूरा मामला
दरअसल, करौली माता मंदिर के पास सर्वे नंबर 937 की एक बीघा जमीन पर जसवंत सिंह कंसाना नाम के वृद्ध कई वर्षों से रहते हुए आ रहे थे, लेकिन न्यायालय से जारी आदेश के आधार पर देवकृपा रियल्टी को जमीन का कब्जा सौंपा जाना था , जिसके तहत तहसीलदार अपनी टीम के साथ मौके पर गए और अतिक्रमण को जमींदोज किया. 


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