रायपुर: कोयला मंत्रालय की ओर से कमर्शियल माइनिंग के लिए नीलाम की जाने वाली कोयला खदानों की लिस्ट में संशोधन किया गया है. नई लिस्ट के मुताबिक अब 38 खदानों की नीलामी होगी. इनमें छत्तीसगढ़ की तीन नई कोयला खदानों को शामिल किया है. जिसके बाद राज्य में नीलाम होने वाली खदानों की संख्या 7 हो गई है. वहीं मंत्रालय ने सूची से देश की 5 खदानों को हटा दिया है. पूर्व में 41 कोयला खदानों की सूची को संशोधित किया  गया था. 


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ये हैं छत्तीसगढ़ की तीन खदानें
कमर्शियल माइनिंग के लिए नीलाम की जाने वाली कोयला खदानों की लिस्ट में छत्तीसगढ़ की दोलेसरा, जेरकेला और झारपालम-तांगरघाट शामिल की गई हैं.एमएमडीआर एक्ट-1957 के तहत नीलामी के पहले राउंड में इन खदानों का नाम आएगा. इनके अलावा गारे -पाल्मा चार/1 और गोरे पाल्मा चार/7, शंकरपुर भटगांव 2 एक्सटेंशन, सोंधिया भी नई सूची में है. 


इन खदानों को सूची से किया बाहर 
कोयला मंत्रालय की नई सूची से मोरगा दक्षिण, फतेहपुर पूर्व, मदनपुर (उत्तर) मोरगा-2 और सयांग के कोयला खदान का नाम हटा दिया गया है. मंत्रालय ने कहा कि एमएमडीआर एक्ट-1957 के तहत नीलामी के पहले राउंड में से मोर्गा साउथ कोल माइन को हटाया गया है. साथ ही सीएम(एसपी) एक्ट-2015 के तहत नीलामी 11वें राउंड में से फतेहपुर ईस्ट, मदनपुर (नॉर्थ), मोर्गा-2 और सायंग कोयला खदानों को हटाया गया है. इससे पहले मंत्रालय ने 41 खदानों की सूची से महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में स्थित बांदर खदान को हटा दिया था. क्योंकि यह खदान पर्यावरण के लिए संवेदनशील जोन तदोबा अंधारी टाइगर रिजर्व में स्थित है. 


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आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 जून को वाणिज्यिक खनन के लिए 41 कोयला ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया का शुभारंभ किया था. इसका मकसद कोयला सेक्टर को खोलना और देश में कमर्शियल कोल माइनिंग शुरू करना है. 41 खदानों की लिस्ट सीएम(एसपी) एक्ट-2015 के तहत नीलामी 11वें राउंड और माइंस एंड मिनरल्स (डेवलपमेंट एंड रेगुलेशन) एक्ट-1957 के तहत नीलामी के पहले राउंड के तहत जारी की गई थी.