उज्जैन: मध्यप्रदेश में उज्जैन स्थित बाबा महाकाल मंदिर विस्तार के लिए की जा रही खुदाई में करीब 1,000 साल पुराने मंदिर का ढांचा सामने आया है. खुदाई में कई अहम मूर्तियां भी निकली हैं. फिलहाल खुदाई में निकली मूर्तियों का अब भंडार लगा हुआ है. जिसका जिला कलेक्टर में आदेश अनुसार पुरातत्व की देख रेख में ही रखा गया है.


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महाकाल मंदिर के पास खुदाई में मिले परमार कालीन के अवशेष, हजार साल पुरानी मूर्तियां निकलीं


11वीं शताब्दी का बताया जा रहा मंदिर
पुरातत्वीय अधिकारी डॉ रमेश यादव ने बताया कि ग्यारहवीं-बारहवीं शताब्दी का मंदिर नीचे दबा हुआ है. जो उत्तर वाले भाग में है, वहीं दक्षिण की ओर चार मीटर नीचे एक दीवार मिली है, जो करीब करीब 2,100 साल पुरानी हो सकती है.


परमार कालीन का मंदिर
खुदाई में मिले मंदिर के औटले पर लगी टाइल्स भी स्पष्ट नजर आ रही है. जिससे यह साबित होता है, मंदिर को अक्रांताओं द्वारा इसे दबा दिया गया था. पुरात्तव अधिकारी हमेशा जांच में दौरान बताते आये है कि ये दबा हुआ मंदिर का हिस्सा परमार कालीन है. जिसे  शम्सुद्दीन इल्तुतमिश द्वारा किये गए आक्रमण में दबा दिया गया था. 


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पुरातत्व की देख-रेख में काम
जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि खुदाई का पूरा कार्य पुरातत्व अधिकारियों की देख रेख में ही करवाया जा रहा है. वर्षों पुराने अवशेषों को बचाना है. इस कारण कार्य धीमी गति से चल रहा है. जो भी मूर्तियां मिल रही है, उन्हें पुरातत्व अधिकारियों की देख-रेख में व उनके निर्देश अनुसार ही एक जगह एकत्रित कर रखा जा रहा है.


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