मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के मरीज तेजी से सामने आ रहें हैं. जिनका प्रदेश के जिला अस्पतालों में इलाज जारी है. लेकिन धार के दो छात्र, जिन्हें कोरोना वायरस था, कुछ दिनों पहले ही सेंटर से फरार हो गए.
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धारः प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए प्रशासन ने कुछ गाइडलाइंस को लागू किया है. बावजूद इसके कुछ कोरोना मरीज लापरवाही दिखा रहें हैं. ऐसे ही 2 संक्रमित मरीज जिले के कोविड सेंटर से फरार हो गए थे. जिनमें से एक को पुलिस विभाग और मेडिकल टीम ने रूद्राक्ष होटल से कब्जे में लिया है. जिस होटल से मरीज को पकड़ा गया है, वहां 60-65 मेडिकल छात्र प्रैक्टिकल करने के लिए इकट्ठा हुए थे. जिससे प्रशासन की परेशानी और भी ज्यादा बढ़ गई है.
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एक को पकड़ा, दूसरा भागा
दरअसल, बीते 21 दिसंबर को एकलव्य आवासीय परिसर, धार के कोविड सेंटर से अब्दुल साजिद पठान और अदनान खान फरार हो गए थे. जो बीती 31 दिसंबर की रात शहर के निजी होटल में थे. वहीं पर आईजीएम कॉलेज के कुछ 60-65 स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल के लिए इकट्ठा हुए थे. पुलिस को उन्हीं छात्रों में दोनों मरीजों के शामिल होने की जानकारी मिली. जहां कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अब्दुल साजिद पठान को अपने कब्जे में लिया, लेकिन दूसरा मरीज अदनान खान वहां से फरार होने में कामयाब रहा.
छात्रों का लिया गया सैंपल
सूचना मिलते ही मेडिकल टीम की मदद से मरीज को पकड़ा गया. लेकिन वहां इतने सारे छात्रों की मौजूदगी से प्रशासन को डर है कि कहीं वायरस का संक्रमण छात्रों में न पहुंच जाए. प्रशासन ने सावधानी दिखाते हुए सभी छात्रों के सैम्पल इकट्ठा कर लिए हैं. डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर डॉ. संजय भंडारी ने बताया कि उन्हें निजी हॉटल में स्टूडेंट प्रोगाम के दौरान दोनों के शामिल होने की जानकारी मिली थी. जिसपर कार्रवाई करते हुए विभाग ने एक मरीज को अपने कब्जे में लिया है, वहीं दूसरा मरीज अब भी फरार है.
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कॉलेज संचालक ने लगाया बदनामी का आरोप
आईजीएम कॉलेज के ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ. जमील शेख को मेडिकल टीम और पुलिस विभाग का रवैया रास नहीं आया. उन्होंने विभाग पर आरोप लगाया कि कॉलेज की छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है. अस्पताल में निगेटिव और पॉजिटिव करने के लिए पैसे लिए जा रहे हैं. वब बोले इस कार्रवाई के विरुद्ध वह हाईकोर्ट में जाएंगे.
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